राजनांदगांव- बिजली कंपनी की ओर से इन दिनों पूरक बिल के नाम पर उपभोक्ताओं को नया बिल थमाया जा रहा है, जिसमें 5 से 7 साल तक का बकाया भी जोड़ दिया गया है। बिल देखने के बाद लोग परेशान हो रहे हैं। पैसा जमा नहीं करने पर सीधे कनेक्शन काटने की चेतावनी भी दी जा रही है। यह शिकायत सुनने के बाद सोमवार को भाजयुमो की टीम ने बिजली कंपनी के दफ्तर का घेराव किया।
कंपनी के चीफ इंजीनियर से मुलाकात कर मांग रखी कि बेवजह अधिक बिल भेजकर लोगों को परेशान करना बंद करें बल्कि उन अधिकारियों और ठेकेदार पर कार्रवाई की जाए। जिनकी लापरवाही की वजह से इतने सालों में ऑडिट नहीं हो पाया। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष व भाजयुमो जिला महामंत्री किशुन यदु ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल द्वारा राजनांदगांव की जनता को बदलापुर की राजनीति के चलते लगातार परेशान किया जा रहा है।
इसी का दुष्परिणाम है कि विभाग के द्वारा राजनांदगांव मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों के बिल को पूरक बिल के रूप में नया बिल थमाया जा रहा है जिसमें लोगों को हजारों रुपए बकाया दिखा करके पैसा जमा करने के लिए कहा गया है। पैसा जमा नहीं करने पर घरों से कनेक्शन काटने की बात कंपनी कह रही है, जो कंपनी की लापरवाही है और जनता को परेशान करने का एक नया तरीका है। जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है तबसे राजनांदगांव की जनता को विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित करने के लिए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
इस दौरान युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष सुमित सिंह भाटिया, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष आशीष डोंगरे, शरद सिन्हा, गोविंदा यादव, आशीष जैन, दीपक त्रिपाठी, जीवन चतुर्वेदी उपस्थित थे। बिल वापस लेने की मांग: राजनांदगांव के मुख्य कार्यपालन अभियंता टीके मेश्राम से मुलाकात कर पूरक बिल को वापस लेने की मांग की गई। किसी भी प्रकार की गलती यदि किसी फाइल में है तो उस गलती को पकड़ करके संबंधित अधिकारी, ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए।