राजनांदगांव : भाजपा ना करे चिंता,सब्र का फल (जल) मिलेगा मीठा-पार्षद दल प्रवक्ता….

टैंकर मुक्त शहर की कल्पना को शीघ्र पूरा करेगा अमृत मिशन..

Advertisements

2017 में आई अमृत मिशन योजना को 2019 में करना था पूरा तब निगम में थी भाजपा,जवाबदेही कौन?-ऋषि शास्त्री

राजनांदगांव:- नगर निगम क्षेत्र मे पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए अमृत मिशन योजना अंतर्गत टंकी निर्माण पाइपलाइन एवं नल कनेक्शन लगाने का कार्य चल रहा है जो अपना मूल रूप लेते हुए कार्य की अंतिम पंक्ति में पहुंच चुका है कुछ ही दिनों के उपरांत हमें अमृत मिशन योजना से शुद्ध पेयजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा।

जिसका मूल उद्देश्य टैंकर मुक्त शहर के साथ ही नल जल व्यवस्था को दुरुस्त करना है करोड़ों की अमृत मिशन योजना जून 2017 में स्वीकृत हुई जिसका कार्य पूर्ण करने की अवधि दिसंबर 2019 रखी गई योजना के प्रारंभ होने से समाप्त होने की स्थिति तक नगर निगम में भाजपा के महापौर का कार्यकाल चल रहा था परंतु वर्तमान में भाजपा के कुछ नेता अमृत मिशन योजना को लेकर के टिप्पणियां साध रहे हैं साथ ही महत्वपूर्ण आयोजन में पहुंचे कार्यक्रम की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास रहे हैं ।

यदि उन्हें प्रदर्शन करना था तो उस वक्त करना था जब योजना का कार्य पूर्व माहापौर मधुसूदन यादव के सीमित अवधि में कार्य पूरा न होने को लेकर जांच की माग एवं विरोध करना था।


वर्तमान में 11 माह तक करोना काल अपने विष रूप लिए देश मे फैला हुआ था उसके पूर्व चुनाव की आचार सहित सहित चुनावी प्रक्रिया चल रही थी अब जब कोरोना से थोड़ी राहत मिली ही थी और अमृत मिशन योजना वर्तमान माहापौर हेमा सुदेश देशमुख के संरक्षण में दिन रात एक कर जनता को जल्द से जल्द योजना का लाभ दिलाने को लेकर काफी तेजी से कार्य को पूरा किया जा रहा है,यह बात बीजेपी के लोगो को हजम नही हो पा रही है वे पल भर का नकली प्रदर्शन कर श्रेय लेने की राजनीति करने का प्रयास कर रही है। कुछ ही दिनों में अमृत मिशन योजना का लाभ जनता को मिलेगा और नल जल व्यवस्था दुरुस्त निश्चित ही होगी।


विगत दिनों पुष्पमहोत्सव में निगम के नेताप्रतिपक्ष ने नगर निगम के गरिमामयी कार्यक्रम को समझे बिना ही अमृत मिशन योजना को मुद्दा बना कर धूल डालने पहुच गए यह जनसहयोगी कार्यक्रम छत्तीसगढ़ संस्कृति,पर्यावरण संरक्षण,स्वक्षता जागरूकता से जुड़ा हुआ था जिसमें नेताप्रतिपक्ष स्वयं विशिष्ठ अतिथि थे ऐसे कृत्य से उन्होंने अपने आतिथ्य,जनता की जिज्ञासा,छत्तीसगढ़ की संस्कृति का अपमान किया है ।