
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना से युवाओं के हौसलों को मिले पंख
– रोजगार सृजन योजना युवाओं के लिए स्वरोजगार स्थापित करने की दिशा में बहुत लाभप्रद
– योजना के तहत 75 लाख रूपए का ऋण हुआ प्राप्त, 13 लाख 25 हजार रूपए का मिला अनुदान
राजनांदगांव 15 अप्रैल 2025। किसी के जीवन में एक कदम से एक बड़ा बदलाव एवं सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। शासन की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना ऐसे ही एक बड़े बदलाव की बानगी है, जिसके माध्यम से युवाओं के हौसलों को पंख मिले हैं। राजनांदगांव जिले के इरफान सूफी ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत वर्ष 2023 में प्राप्त राशि 75 लाख रूपए के ऋण से अपनी तकदीर बदल गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें 7 लाख रूपए की अनुदान राशि प्राप्त हुई है। राजनांदगांव शहर में स्थापित सूफी प्रिंटिंग प्रेस से उन्होंने अपना व्यवसाय प्रारंभ किया और देखते ही देखते ही इस प्रिंटिंग प्रेस ने शहर में अपनी विशेष पहचान बना ली।

सूफी पिं्रटिंग प्रेस में कार्यरत उनके भाई इस्तियाक सूफी ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना युवाओं के लिए स्वरोजगार स्थापित करने की दिशा में बहुत लाभप्रद है। उन्होंने युवाओं से कहा कि शून्य से भी आप अपने व्यवसाय को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना अंतर्गत बैंक से ऋण लेकर तथा अनुदान प्राप्त कर प्रारंभ कर सकते है। उन्होंने बताया कि यह योजना उनके लिए बहुत लाभदायक रही। इस योजना के तहत ऋण लेकर पहले उन्होंने अपना व्यवसाय प्रारंभ किया तथा बाद में पुन: दूसरी बार ऋण प्राप्त कर अपने यूनिट को अपग्रेड किया।
इस्तियाक सूफी ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना अंतर्गत स्थापित करने के लिए कम ब्याज दर पर आसानी से ऋण प्राप्त हो जाता है। इस प्रोजेक्ट को लगाने के लिए उन्होंने स्वयं की राशि 5 लाख रूपए लगाए। अभी वर्तमान में 8 से 10 लाख रूपए प्रतिवर्ष आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस व्यवसाय को स्थापित करने की लागत अधिक थी। ऐसे में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के संबंध में जानकारी मिली और उद्योग विभाग से इसके लिए आवेदन प्रस्तुत किया।
जिसके तहत 25 प्रतिशत और फिर 15 प्रतिशत अनुदान में प्रारंभ में 25 लाख रूपए और इसके बाद 50 लाख रूपए प्राप्त हुए। इस व्यवसाय से बहुत अच्छा लाभ हो रहा है और 10 से 12 लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत वर्ष 2017 में 25 लाख रूपए एवं वर्ष 2023 में 50 लाख रूपए का ऋण मिला। योजना के तहत उन्हें कुल 13 लाख 25 हजार रूपए का अनुदान मिला।