राजनांदगांव : रोका छेका प्रथा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति का अभिन्न अंग….

  • मुख्यमंत्री ने किया रोका-छेका प्रथा को पुनर्जीवित
  • मानपुर विकासखंड में रोका छेका अभियान में शामिल हुए जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी

राजनांदगांव शासन द्वारा रोका छेका अभियान प्रारंभ किया गया है। रोका-छेका छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति का अभिन्न अंग है जिसके माध्यम से ग्रामीणजन फसलों की सुरक्षा करते रहे हंै। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने परम्परागत लेकिन लुप्तप्राय रोका-छेका प्रथा को पुनर्जीवित किया है। गौठान रोका-छेका के दौरान पशुधन का मुख्य आश्रय स्थल बन रही है।

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रोका छेका कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद पंचायत अध्यक्ष मानपुर श्री दिनेश शाह मण्डावी ने नवागांव आदर्श ग्राम गौठान की महिलाओं द्वारा 20 हजार की मछली बिक्री से हुयी आमदनी का जिक्र करते हुए सभी महिलाओं को ऐसी गतिविधि अपनाने एवं आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना प्रदेश में लागू करने हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया।

इस अभियान के तहत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मोहला राहुल रजक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर डीडी मण्डले ने आदर्श ग्राम गौठान नवागांव, उरझे तथा ग्राम गौठान मरकेली पहुंचकर रोका-छेका के संबंध में गौठान समिति के सदस्यों एवं महिला स्वसहायता समूह से चर्चा की। एसडीएम मोहला राहुल रजक ने आदर्श गौठानों में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने महिला स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनने के लिए सुझाव दिए।

उन्होंने कहा कि गौठानों को पूरी तरह सस्टेनेबल बनाया जाए। महिला स्वसहायता समूहों के लिए बाड़ी विकास के तहत हल्दी एवं अदरक की खेती, सुरजमुखी की खेती, टमाटर, भिण्डी, लौकी, कद्दू, करेला, बरबट्टी की खेती हेतु प्रोत्साहित किया, ताकि उन्हें अतिरिक्त आमदानी प्राप्त हो सके। इस अवसर पर वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट बनाने की विधि भी समझाया गया। चारागाह में नेपियर घास लगाने, मक्का लगाने तथा जहां कुसुम के वृक्ष विद्यमान है वहां लाख की खेती हेतु पौधारोपण का परामर्श दिया गया।

जनपद सीईओ श्री मण्डले ने ग्रामीणों को समझाया गया कि वे अपने मवेशी को गौठान भेजे तथा फसलों की सुरक्षा करें। गौठान समिति को क्रियाशील बनाने तथा गौठान में वर्मी को सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन बढ़ाने स्वसहायता समूहों को गांव में उपलब्ध संसाधन से आय मूलक गतिविधि संचालित करने के संबंध में चर्चा की गई।


राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समिति की सभापति खेमिका बोगा ने अपने उद्बोधन में गौठान समिति के सदस्यों एवं महिलाओं को सही अर्थ में गौठानों को आदर्श बनाने प्रेरित किया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके गौठान उरझे को आदर्श गौठान की सूची में शामिल किया गया है। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आरके पिस्दा द्वारा राजीव गांधी न्याय योजना के तहत धान के स्थान पर अन्य फसल लेने व मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत वृक्ष लगाने पर 10 हजार रूपए प्रति एकड़ लाभ लेने किसानों को प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण व उपचार किया गया।

कार्यक्रम में गौठान समिति सभापति, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर श्री डी.डी. मण्डले, विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक रामकुमार विश्वकर्मा, चंदनसिंह राजपूत क्षेत्रीय समन्वयक, वरिष्ट कृषि विस्तार अधिकारी आर.के.पिस्दा, कृषि विस्तार अधिकारी गोविन्द्र धुर्वे, कृषि विकास अधिकारी रंजु मण्डावी एवं चंदेल आर.ए.ई ओ. कार्यक्रम अधिकारी सुश्री स्नेहा गजभिये, गौठान समिति के अध्यक्ष एवं महिला स्वसहायता समूहों के सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।