राजनांदगांव- छतीसगढ़ गठन के पूर्व हर छतीसगढियाँ के मन गीत संगीत से साँस्कृतिक क्राँति लाने वाले लोकसंगीत के भीष्म पितामह स्व खुमानलाल साव को अंचल के विश्व प्रसिद्ध लोक गायक गायिकाओं ने गीतो के माध्यम से भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
अपने सूरो के माध्यम से श्रद्धांजली देने में मुख्य रूप से छतीसगढ़ की स्वर कोकिला श्रीमती कविता वासनिक, महादेव हिरवानी,विष्णु कश्यप, सुभाष रामटेक, रिकीं देवांगन, भगवती साहू, बाली देवदास, हिमानी वासनिक ने स्वरांजली दी।
गौरतलब है कि छतीसगढियाँ लोक संगीत की ठेठ पहचान बनाने वाले खुमानलाल साव प्रारंभ से स्कुली कार्यक्रमों के माध्यम से छतीसगढी लोकगीतों को एक नई पहचान दिलाई। इनके मुख्य कलाकारों में लक्ष्मण मस्तुरिया, कविता वासनिक, केदार यादव, भैय्यालाल हेडाऊ, इत्यादि कलाकारों की मुख्य भूमिका रही ।
इस अवसर पर राकेश साहू, दुष्यंत हरमुख, रवि रंगारी, राजेश वाघमारे, योगेश ठावरे, सुभाष रामटेके, हर्ष मेश्राम, हिमानी वासनिक, भगवती साहू, रिकी देवांगन, भगवती साहू, दीपेश साव, बालेश्वर साव इत्यादि कलाकार उपस्थित थे।