राजनांदगांव : विभिन्न मांगों को लेकर बस मालिकों ने दिया धरना….


राजनांदगांव। लगभग 16 माह से अधिक समय से कोरोना महामारी की मार झेल रहे बस मालिकों के सामने अब डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि परेशानी का सबस बन गई है। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद बस संचालन तो शुरू हो गया है, लेकिन रोज बढ़ रहे डीजल के दामों से बस मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बस मालिकों द्वारा वर्तमान में सीमिति बसों का ही संचालन तो किया जा रहा है,पर उसमें भी बस मालिकों को भारी नुकसान हो रहा है। आज पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के निर्देश पर जिला एवं मिनी बस ऑपरेटर संघ द्वारा सभी बस स्टैण्डों में जल्द से जल्द यात्री किराया बढ़ाए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया।

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छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं राजनांदगांव जिला एवं मिनी बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष रईश अहमद शकील ने बताया कि डीजल के दामों में लगातार हो रही बेतहाशा वृद्धि के कारण बस मालिकों को बस संचालन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना कॉल के बाद डीजल के दामों में वृद्धि के कारण कई बस मालिक अभी भी बसों का संचालन नहीं कर पा रहे हैं।

बस मालिक के परिवार सहित चालक, परिचालक, हेल्पर, क्लीनर के परिवारों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। रईश अहमद शकील ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के निर्देश पर आज प्रदेश के सभी जिलों में डीजल के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि हो जाने के कारण यात्री किराया बढ़ाने जाने एवं किराये वृद्धि के संबंध स्थायी नीति बनाये जाने, बसों एवं परिमिटों के निष्प्रयोग के लिए 2 माह की सीमा समाप्त किये जाने, बस मालिकों सहित चालक,परिचालक, हेल्पर, क्लीनर के परिवारों को प्रशासन द्वारा आर्थिक मदद पहंुचाने सहित अन्य मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया।

श्री अहमद ने बताया कि यदि मांगों का जल्द ही निराकरण नहीं किया गया तो आगे राजनांदगांव सहित पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीकों से आंदोलन किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रमुख रूप से आशीष पाण्डे, भावेश अग्रवाल, हनीफ सोलंकी, कादिर सोलंकी, गुलाम अहमद, विनीत लुनिया, मंगतू यादव, बिन्नी बल, अशोक कुमार जैन, ललित लोधी, बालेन्द्र मल्ल, मनीष यादव, सुरेश तिवारी, नब्बू सोलंकी, देवराज देवांगन, मुस्तफा सोलंकी, गुलाम सोलंकी सहित बड़ी संख्या में बस मालिक उपस्थित थे.


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इस तरह होगा चरणबद्ध आंदोलन

  1. 2 जुलाई दिन शुक्रवार को सभी जिला मुख्यालय के जिलाधीशों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
  2. 8 जुलाई गुरूवार को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय में सभी बस संचालक अपने परिवार, चालक, परिचालक, हेल्पर, क्लीनर के साथ बसों की बारात निकालकर सभी जिलाधीशों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
  3. 12 जुलाई सोमवार को बुढ़ातालाब रायपुर में धरना स्थल में पूरे प्रदेश के सभी बस संचालक, चालक, परिचालक, हेल्पर व क्लीनर अपने परिवार के एक एक दिवसीय महाधरना देंगे।
  4. 13 जुलाई मंगलवार को पूरे प्रदेश की बसे अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिये जायेंगे।

5. यदि उपरोक्त मांगे पूरी नहीं होती है तो 14 जुलाई गुरूवार को दोपहर 3 बजे रायपुर के खारून नदी के तट पर सभी बस संचालक जल समाधि लेंगे. इस दौरान यदि कोई अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी केन्द्र एवं राज्य सरकार की होगी।