3 विशेषज्ञ डॉक्टर पैथोलॉजी, गायनोलॉजिस्ट एवं रेडियोलॉजिस्ट की भर्ती से स्वास्थ्य सुविधाओं में होगी बढ़ोतरी
एनआरसी में बच्चों के उपचार के दौरान संवेदनशीलता का परिचय दें
हमर लैब से नि:शुल्क पैथोलॉजी की सुविधा होगी उपलब्ध
महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना जरूरी
अस्पताल में सुविधा एवं संसाधन बढ़ाने के संबंध में चिकित्सकों से की आवश्यक चर्चा
कलेक्टर ने जिला अस्पताल का किया निरीक्षण
राजनांदगांव 06 मई 2022। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज बसंतपुर स्थित जिला अस्पताल पहुंचकर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं और स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि जिला अस्पताल आम लोगों के लिए जीवनदायिनी है। अस्पताल में उपलब्ध सुविधा और संसाधन से आम जनता और मरीजों को आसानी से सहज सुविधा मिलती है। उन्होंने अस्पताल में अधोसंरचना और संसाधनों को बढ़ाये जाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। जिससे आमजन को सहज सुविधाजनक और आसान तरीके से स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने में मदद मिल सकेगी।
कलेक्टर निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में पहुंचकर यहां की वस्तुस्थिति से रूबरू हुए। उन्होंने हमर लैब, ब्लड बैंक, प्रसूति वार्ड, एनआरसी, महिला व पुरुष भर्ती वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 3 विशेषज्ञ डॉक्टर पैथोलॉजी, गायनोलॉजिस्ट एवं रेडियोलॉजिस्ट की भर्ती से स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। राज्य शासन द्वारा आम जनता को सहज तरीके से नि:शुल्क पैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हमर लैब की स्थापना की है। इसके माध्यम से आम जनता को 100 प्रकार के पैथोलॉजी से संबंधित जांच उपचार की सुविधा का लाभ मिल सकेगा। इस दौरान चिकित्सकों से कहा कि नागरिकों को सस्ती और आवश्यक सुविधाएं मिले यह शासकीय अस्पताल के लिए जरूरी विशेषता होती है।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने एनआरसी का निरीक्षण करते हुए कहा कि कुपोषण एक सामाजिक अभिशाप है। गंभीर कुपोषित बच्चे को सही उपचार करना और पूर्ण स्वस्थ करना इस सेंटर का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि गंभीर कुपोषित बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। इसके लिए उचित खानपान और देखभाल की विशेष आवश्यकता है। प्रसूति वार्ड के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना जरूरी है। इससे शिशुवती माता और बच्चे दोनों की सही देखभाल के साथ-साथ उचित उपचार संभव हो पाता है।
साथ ही संस्थागत प्रसव से गर्भवती माता और शिशु मृत्यु दर में भी रोक लगती है। उन्होंने इस वार्ड में कार्यरत चिकित्सकों और नर्सों से कहा कि यह समय माता और बच्चे दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान माता व बच्चे दोनों की संवेदनशीलता के साथ समुचित उपचार की विशेष आवश्यकता होती है। कलेक्टर ने कहा कि इस नाजुक समय में गंभीरता के साथ उपचार करने और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दें। कलेक्टर ने ब्लड बैंक पहुंच कर यहां ब्लड स्टोर करने और मरीजों को खून चढ़ाए जाने की तरीके से रूबरू हुए।
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी समय में किसी भी मरीज के लिए ब्लड की आवश्यकता होने पर उन्हें ब्लड उपलब्ध कराया जाए। इससे मरीज के गंभीर खतरे के समय को दूर करने में मदद मिलती है। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल के सिविल सर्जन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था की गई है। इस पर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि हर रोज इस तरह साफ-सफाई रखा जाना चाहिए। इससे मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिलता है। उन्होंने एनआरसी सेंटर जाने वाले रास्ते में पडऩे वाली अस्पताल की दीवाल का रंग रोगन करने कहा। उन्होंने इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन से अस्पताल में अन्य सुविधा और संसाधन बढ़ाए जाने के संबंध में आवश्यक चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में जो भी संसाधन सुविधा की जरूरत हो उसके लिए प्रपोजल तैयार करें।
जिला चिकित्सालय में 3 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति होने से चिकित्सा सुविधाओं में हुई बढ़ोतरी –
जिला अस्पताल राजनांदगांव में चिकित्सा सुविधाओं की बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में हाल ही में तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। जिला अस्पताल में गायनिक डिपार्टमेंट रेडियोलॉजिस्ट और हमर लैब में पैथोलॉजिस्ट की नियुक्ति की गई है। जिला अस्पताल में इन विशेषज्ञों की नियुक्ति जिला खनिज न्यास निधि से की गई है। जिला अस्पताल में अब इन विशेषज्ञों की नियुक्ति हो जाने से अनेक सुविधा मरीजों को मिल सकेगी। रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति हो जाने से जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को एक एक्स-रे, सीटी स्कैन की रिपोर्ट अब जल्दी मिल सकेगी।
अस्पताल का होगा जीर्णोद्धार, सुधरेगा ड्रेनेज सिस्टम –
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिला अस्पताल के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए राज्य शासन से 2 करोड़ रूपए की राशि की स्वीकृति मिली है। इसके लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित करने के लिए 60 लाख रूपए की स्वीकृति मिली है। स्वीकृत राशि से शीघ्र ही माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित किया जाएगा। अस्पताल को आधुनिक तरीके से मरम्मत के साथ-साथ जीर्णोद्धार का कार्य किया जाएगा। यहां ड्रेनेज सिस्टम के सुधार के लिए कार्य किया जाएंगे।