रायपुर, 13 अगस्त ।
दैनिक वेतन भोगी, वन कर्मचारी तीसरे दिन भी मंगलवार को तूता में हड़तालरत रहे । कर्मचारी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है।
छत्तीसगढ़ के सभी जिला से दैनिक वेतन भोगी , वाहन चालक, कम्प्युटर आपरेटर, कार्यालय सहायक, दैनिक श्रमिक, सुरक्षा श्रमिक, तेन्दुपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक लोग हड़ताल में सामिल होने तुता धरना स्थल में पहुंचे हुए है! हड़ताल में आज लगभग 5,000 हजार कर्मचारी रहे। कल से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी क्रमिक भूख हड़ताल में बैंठेंगें।
आज एसडीएम को मुख्यमंत्री, वन – वित्त मंत्री के नाम से ग्यापन सौंपा गया। नियमितीकरण, स्थायीकरण, कार्यभारित आकस्मिकता सेवा नियम सेवा लागु करने, वेतन विसंगती, कार्य से पृथकी करण, लंबित वेतन भुगतान, महासमुंद वन मंडल में 82 लोगों के लिये स्वीकृति प्रदान न कर भुगतान नही करना सहित अन्य मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैंठे है!
प्रियंका शुक्ला, कृष्णा देवांगन, चमरूरा म गुरूवर, गिरधर जैन, दीपक नाग, अजय यादव, श्यामली कर्मकार, देवदास भार्ती केदार कोर्राम सहित सैकड़ों बस्तरिया दैवेभो ने हड़ताल में शामिल हुए।
सभी सीसीएफ को पत्र
दूसरी ओर वन मुख्यालय ने हड़ताल खत्म करने को लेकर एक पत्र लिखा है । एपीसीसीएफ प्रशासन ने सभी सीसीएफरेंज को पत्र भेजकर उनके अधीनस्थ कार्यरत दैवेभो /श्रमिकों की 7 दिन के भीतर जानकारी मांगी है। ताकि संघ की मांग के अनुसार कार्यभारित आकस्मिकता निधि सेवा लागू किया जाए। दैवेभो इस पत्र पर कार्रवाई पर संदेह जता रहा है । उसका कहना है कि यह हर बार की तरह केवल हड़ताल खत्म कराने लॉली पॉप है।