पांच घण्टो की कड़ी मशक्कत के बाद अपहरणकर्ताओं का चक्रव्यूह भेदन कर महासमुंद पुलिस टीम ने अपहृत बालको को छुड़ाया..


ग्राम खोखसा, थाना बसना निवासी हेगलाल सागर ने थाने में रात लगभग 8 बजे रिपोर्ट लिखाई कि महासमुंद काम से गए उसके लड़के लल्ला सागर और भतीजे का किसी ने अपहरण कर फोन पर एक लाख 20 हजार रुपए की फिरौती मांगी है. प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पटेवा में धारा 364 ए, 34 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

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इस घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने तुरंत चार टीमों का गठन किया. पहली टीम का नेतृत्व स्वयं पुलिस अधीक्षक ने किया तथा दूसरी टीम का नेतृत्व अति0 पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेम्भुरकर,  तीसरे टीम का नेत़त्व एसडीओपी पिथौरा श्री पुपलेश कुमार तथा चौथे टीम का नेत़त्व एसडीओपी श्री नारद कुमार सूर्यवंशी ने कियाा   जिले के सारे आने-जाने वाले रास्तों पर नाकेबंदी कर किडनैपर के सारे रास्तों को बंद करने के साथ ही अन्य जिलों को भी किडनैपिंग की इस घटना की जानकारी देकर अलर्ट किया गया. पुलिस की टीम ने प्रार्थी के जरिए किडनैपर को कांपा में एक ढाबा के पास पैसे लेकर दोनों बच्चों को छोड़ने की बात कर राजी कर लिया। 

प्रार्थी हेमलाल सागर गांव के एक व्यक्ति के साथ उक्त स्थल पर पैसा लेकर पहुंच जाते हैं, लेकिन आरोपी नहीं पहुंचते. इस बीच पुलिस की दूसरी टीम को कुछ संदिग्ध मोटर साइकिल सवार कांपा में नेशनल हाइवे के आस-पास घूमते हुए दिखाई दिए, जिन्हें पुलिस की टीम ने पीछा कर पकड़ने में कामयाबी पाई। दोनों मोटर साइकिल में 06 व्यक्ति सवार थे। पुलिस की टीम ने मोटर साइकिल सवारों से किडनैप हुए बच्चों को सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर पूछताछ किया।  पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम मुन्ना साहू पिता संतु साहू (27 वर्ष), लकेश चंद्राकर पिता स्व. नारायण चंद्राकर (30 वर्ष), पुरुषोत्तम उर्फ भुरू सोनी पिता हेमलाल सोनी (40 वर्ष) सभी ग्राम कांपा थाना तुमगांव निवासी, फुलसिंग चंद्राकर पिता स्व. दाउलाल निवासी ग्राम सेमराडीह थाना बलौदा बाजार बताया। 


इस कार्यवाही को पटेवा थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर, सायबर सेल प्रभारी उनि संजय सिंह राजपूत, सउनि विकाश शर्मा, प्रआर मिनेश ध्रुव, आर कामता आवड़े, रवि यादव, अजय जांगड़े ने अंजाम दिया।
जिला महासमुंद पुलिस के इस त्वरित कार्यवाही पर श्री आनंद छाबड़ा पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज एवं पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता पुलिस मुख्यालय रायपुर ने टीम को 25,000 रुपए नगद पुरस्कार और राजपत्रित अधिकारियों को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है।