राजनांदगांव । महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने आज सीएम भूपेश बघेल के साथ हुई वर्चुअल बैठक में उन्हें मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की अव्यवस्थाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में न तो सुविधा है और न स्टॉफ है। भोजन की व्यवस्था तो बहुत ही खराब है।
श्रीमती देशमुख ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा कि मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की व्यवस्था चरमरा गई है। हॉस्पिटल को दानदाता द्वारा वेंटिलेटर दिए गए हैं जिसमें से दो ही वेंटिलेटर शुरू हैं और आठ वेंटिलेटर बंद है। अस्पताल प्रबंधन से पूछने पर वह कहता है कि ऑक्सीजन नहीं है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की आवश्यकता है। यहां ऑक्सीजन प्लांट सक्सेस नहीं है। यहां 60 फीसदी ऑक्सीजन ही यूज होता है और 40 फीसदी यूज नहीं होता और वापस चले जाता है।
श्रीमती देशमुख ने कहा कि प्रॉयवेट हॉस्पिटल रेमडेसिविर इंजेक्शन लिखकर दे रहे। हैं। हिदायत दी जाये की नॉट कोविड हॉस्पिटल को इंजेक्शन न दी जाये। इस इंजेक्शन के लिए लोग बाहर भटक रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा यह इंजेक्शन दस से 15 हजार रूपए तक बिक रहा है। उन्होंने कहा कि अनुमति दी जाए कि पांच करोड़ की राशि से सभी उपकरण उपलब्ध कराये जाएं, स्टाफ नहीं होने के कारण लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है।
श्रीमती देशमुख ने कहा कि यहां भोजन व्यवस्था तो पूरी तरह खराब है। लोग मुंह में नहीं डाल पा रहे हैं। यहां की व्यवस्था नहीं सुधर रही है। एल्डरमेन व पार्षद निधि से भोजन की व्यवस्था तो हो गई। उपकरण खरीदने की व्यवस्था महापौर निधि से दी गई। है। एल्डरमेन व पार्षद निधि से उपकरण खरीदने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि कल 23 अप्रैल को महापौर कोविड सेंटर शुरू होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां महापौर निधि से सभी व्यवस्थाएं की गई है। 50 बिस्तर के कोविड केयर सेंटर में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की कवायद जारी है।