राजनांदगांव 16 अगस्त। छत्तीसगढ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ द्वारा होम हर्बल गार्डन योजना के तहत औषधीय पौधों का ज्ञान स्वस्थ्य जीवन की पहचान हेतु आम जनमानस को सरल सहज रूप में औषधीय पौधों की उपलब्धता हेतु निःशुल्क वितरण का शुभारंभ 15 अगस्त 2021 को वन मंत्री माननीय श्री मोहम्मद अकबर के हाथों किया गया था।
वितरण की कडी में आज वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के पारम्परिक वैद्य श्री मोरध्वज साहू एवं उनके साथी नगर निगम में आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी को औषधीय पौधे भेट किये।
औषधीय पौधे के संबंध में वैद्य मोरध्वज साहू ने आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी को बताया कि होम हर्बल गार्डन योजनांतर्गत निःशुल्क औषधीय पौधों का वितरण किया जा रहा है, इसका उद्देश्य जडीबूटी के माध्यम से पारम्परिक चिकित्सा से लोगों को जोड़ना है। योजनांतर्गत अडूसा, ब्राम्ही, गिलोय, गुड़मार, सहजन, वच, सतावर, स्टीविया, तुलसी, कामेघ, पीपली, हड़जोड, अश्वगंधा, एलोवेरा, निर्गुण्ड़ी जैसे लाभकारी पौधे का वितरण किया जाता है। जिससे लोगों को बीमारी से पारम्परिक तरीके से छुटकारा मिलेगा।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने औषधीय पौधे वितरण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि वनस्पति जैव-विविधता प्रबंधन एवं परंपरागत वनौषधि चिकित्सा के संरक्षण संवर्धन एवं पुर्नउत्थान हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा यह योजना संचालित की जा रही है, इसका उद्देश्य आम जनता घरों और गमलों में तथा बाड़ी में लगा कर स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु पहल करना व जागरूकता लाना है।
वर्तमान में कोरोना की वजह से आयुष औषधी की मांग बढ़ रही है ऐसे विषम परिस्थिति में आप लोगों की पहल सराहनीय है, इसका लाभ लोगों को जरूर मिलेगा। इस अवसर पर वैद्य लाला राम, वैद्य रामकुमार, वैद्य महेश अंजोरिया वैद्य पूर्णानंद आदि उपस्थित रहे।