पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार: जनपद पंचायत सोनहत, ग्राम पंचायत सैंदा और पोड़ीडीह को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार ..

कोरिया जिले के पंचायती राज संस्थाओं ने पांचवी बार राष्ट्रीय पुरस्कारों में अपना परचम लहराया है। गत दिवस भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय पंचायती राज सशक्तीकरण पुरस्कार प्राप्त जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों की सूची जारी करते हुए संबंधित राज्यों को पत्र भेजा है। इस सूची में जनपद पंचायत के लिए इस बार सोनहत और ग्राम पंचायत स्तर पर पोड़ीडीह और सैंदा ने जगह बनाई है। पंचायती राज के सशक्त क्रियान्वयन को लेकर पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर वर्ष पंचायत के तीनों स्तरों पर लगभग 45 बिंदुओं पर गहन जांच उपरांत दीनदयाल उपाध्याय पंचायती राज सषक्तीकरण पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। जिले को पांचवें वर्ष इस श्रेणी के पुरूस्कार प्राप्त होने का गौरव मिला है। कलेक्टर कोरिया श्री एस एन राठौर ने मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तूलिका प्रजापति सहित जनपद पंचायत सोनहत और ग्राम पंचायत पोड़ीडीह व ग्राम पंचायत सैंदा की पूरी टीम को इन पुरस्कारों में चयन के लिए बधाई और निरंतर प्रगति की शुभकामनांए प्रदान की हैं। विदित हो कि कोरिया जिले ने जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत श्रेणी में मिलने वाले इन पुरस्कारों के लिए लगातार पांच वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाए रखी है। पुरस्कार के रूप में जनपद पंचायत सोनहत को 25 लाख रूपए तथा ग्राम पंचायतों को आठ-आठ लाख रूपए केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

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भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय पंचायती राज सशक्तीकरण पुरस्कार के बारे मे जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी तूलिका प्रजापति कहा कि लगातर पंचायती राज संस्थाओं को यह पुरस्कार मिलना पूरी टीम के लिए उत्साहजनक है। जनपद पंचायत सोनहत और ग्राम पंचायत पोड़ीडीह और सैंदा के चयन के बारे में उन्होने बताया कि इन पुरस्कारों के लिए सर्वप्रथम आनलाइन दस्तावेजीकरण प्रस्तुत करना होता है। इनमें पंचायती राज के नियमों के अनुरूप संबंधित स्तर द्वारा सही ढंग से क्रियान्वयन किए जाने पर ही महत्व दिया जाता है। शासन की योजनाओं के सही क्रियान्वयन के साथ महिलाओं के भागीदारी के साथ जनपद और ग्राम पंचायत स्तर पर चुने गए जनप्रतिनिधियों की सक्रियता और उनकी हर कार्य में भागीदारी भी यह पुरस्कार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इन पुरूस्कारों की दौड़ में लगातार प्रदेश के 27 जिला पंचायतों और 146 से ज्यादा विकासखण्डों के बीच कोरिया अपनी अलग पहचान कायम रखे हुए है। इस पुरूस्कार के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि ग्राम सभाओं की कार्यवाही, इसमें महिलाओं के साथ ही चयनित जनप्रतिनिधियों की भागीदारी, अनूसूचित जाति व जनजाति वर्ग को मिलने वाली हिस्सेदारी से संबंधित जानकारी और सही ढंग से समस्त दस्तावेजों का संधारण इस पुरस्कार के प्रमुख बिंदुओं में षामिल होते हैं। साथ ही पंचायती राज संस्थान द्वारा स्वयं की आय के लिए किए जाने वाले कार्य, बढ़ाए गए आय के स्रोत आदि भी इस चयन के प्रमुख बिंदु हैं। जिले के द्वारा गत तीन वर्षों से प्रत्येक स्तर पर अच्छी गतिविधियों को कराते हुए यह पुरूस्कार प्राप्त किए जा रहे हैं। विदित हो इसके पूर्व जिला पंचायत कोरिया को, जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर और खड़गंवा को तथा ग्राम पंचायत स्तर पर षिवपुर, बरदर, गढ़तर, खड़गंवा और जरौंधा पंचायतों को भी यह पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। सीइओ तूलिका प्रजापति ने जनपद पंचायत सोनहत की अध्यक्ष श्रीमती लल्ली सिंह, सभी जनपद सदस्यों और मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री आर एस सेंगर तथा ग्राम पंचायत पोड़ीडीह के सरपंच श्री अनिल सिंह और सैंदा की सरपंच श्रीमती गौरी मेश्राम सहित पंच और दोनों ग्राम पंचायत सचिवों को बधाई देते हुए आगामी समय में पंचायती राज के अच्छे क्रियान्वयन के लिए अपनी शुभकामनांए प्रदान की हैं।