- 22 जून को आयुष्मान कार्ड महाअभियान की तैयारी करने के लिए कहा
- जिले को टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए सामाजिक संस्थाओं एवं औद्योगिक संस्थाओं को निक्षय मित्र बनाने की अपील की
- संस्थागत प्रसव में तेजी लाने के दिए निर्देश
- कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा
राजनांदगांव 21 जून 2023। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कलेक्टोरेट शक्ति कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी मेडिकल ऑफिसर्स को अपने-अपने कार्य क्षेत्र में समय पर ड्यूटी में उपस्थित रहने तथा मुख्यालय में रहने के निर्देश दिए। कहीं से शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के ऐसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जो अन्य विभाग एवं अन्य स्थान में संलग्न है उनकी संलग्नता समाप्त कर मूल स्थान में पदस्थापना करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध हो और कार्य प्रभावित न हो।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि 22 जून को आयुष्मान कार्ड महाअभियान के तहत छूटे हुए व्यक्तियों का सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। जिसके लिए पूरी तैयारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने मेडिकल अधिकारियों को पूरी कार्ययोजना बनाकर छूटे हुए व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड बनाने एवं मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि आधार अपडेशन का कार्य अभियान चलाकर कर लिया गया है। जिससे लोगों का आधार अपडेशन हो चुका है। जिनका हो चुका उनका आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले को टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए औद्योगिक संस्थाओं एवं सामाजिक संस्थाओं से निक्षय मित्र बनाने के लिए अपील की।
उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त अभियान अंतर्गत कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र के रूप में अपना ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करा कर टीबी के मरीजों को पोषण आहार देकर उनके उपचार अवधि तक निक्षय मित्र बन सकते हैं। कलेक्टर ने निक्षय मित्र के लिए सभी मेडिकल ऑफिसर को भागीदारी देने कहा, साथ ही अपने-अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों,
समाजसेवी, विभिन्न संगठनों को जोडऩे के निर्देश दिए। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों को निक्षय मित्र बनाने एवं नगर पंचायतों को कम से कम 5 निक्षय मित्र बनाने के लिए कहा। निक्षय मित्र के लिए राजीव युवा मितान क्लब एवं मितानिनों को जोडऩे के लिए कहा। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों को प्राथमिकता से स्वास्थ्यगत परामर्श एवं चिकित्सा देने के निर्देश दिए। जिससे वे सुपोषण की श्रेणी में आ सके।
कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव एवं एएनसी रजिस्टे्रशन में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मितानिनों को मानदेय भुगतान नियमित करने के निर्देश दिए। जिन स्थानों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक के भवन बन गए हैं वहां नियमित क्लीनिक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने धन्वंतरी मेडिकल स्टोर्स से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को दवाईयां क्रय करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में लगातार चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने अंधत्व कार्यक्रम के तहत नेत्र दान के लिए योजना बनाने कहा। इसके साथ ही स्कूली छात्रों का नेत्र परीक्षण एवं नि:शुल्क चश्मा वितरण, मोतियाबिंद ऑपरेशन एवं मोतियाबिंद विहिन ग्रामों की जानकारी, सी-मार्ट से खरीदी, पोस्ट मार्टम भवन की स्थिति की जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके बसोड़, डॉ. बीएल तुलावी, डीपीएम भूमिका वर्मा, सभी बीएमओ, आरएचओ सहित स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर एवं अधिकारी उपस्थित थे।