नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) द्वारा यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान (Russia-Ukraine War) शुरू करने के कारण उत्पन्न स्थिति के बीच भारत, यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिये आकस्मिक योजना को अंतिम रूप देने में जुटा है ।
भारत इस पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है क्योंकि वहां के वायु क्षेत्र को बंद कर दिया गया है. यूक्रेन में फंसे अधिकतर लोगों को एमबीबीएस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र शामिल हैं।
इस बीच यूक्रेन में एक ऐसी छात्रा के फंसे होने की खबर आई है जो कि ग्राम प्रधान है। दरअसल उत्तर प्रदेश के हरदोई के सांडी ब्लॉक के तेरापुरसेली की रहने वाली वैशाली यादव यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं।
वैशाली पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों में गांव आई थीं। यहां उन्होंने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और इसमें जीत भी दर्ज कर ली। वैशाली सांडी ब्लॉक के रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र यादव की बेटी हैं। वह यूक्रेन के खरकी शहर में नेशनल खरकी यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं।
प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद गईं थी यूक्रेन वैशाली काफी समय से यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रही थीं। प्रधानी का चुनाव जीतने के बाद वह अपनी पढ़ाई के लिए वापस यूक्रेन चली गईं। अब यूक्रेन और रूस के बीच हो रही जंग में इस बात का खुलासा हो सका है। वैशाली के इस तरह गांव छोड़कर विदेश जाने के मामले में पंचायतराज भी सख्त हो गया है।
बताया जा रहा है कि वैशाली के खिलाफ कार्रवाई की भी योजना है। सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में उनके नाम का नोटिस भी जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि अब ग्राम पंचायत में अब तक किये गए खर्च के पूरे ब्योरे की जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति के बीच भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को आश्वस्त किया कि छात्रों सहित यूक्रेन से सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित एवं सही-सलामत वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे। इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर यूक्रेन संकट पर रोमानिया, स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी के विदेश मंत्रियों के साथ बात करेंगे।
Source – bhilaitimes.com