दिल्ली. होली रंगों का तथा हंसी-खुशी का त्योहार है. यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में मनाया जाने लगा है. रंगों का त्यौहार कहे जाने वाले इस पर्व को पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है. यह प्रमुखता से भारत और नेपाल में मनाया जाता है. होली के त्योहार का लोग साल भर इंतजार करते हैं. इस त्योहार पर रंग और गुलाल का काफी अधिक महत्व है. होली के पहले होलिका दहन किया जाता है. इस साल 17 मार्च, गुरुवार को होलिका दहन किया जाएगा.
बता दें कि इस साल भद्रा के कारण होलिका दहन के शुभ मुहूर्त को लेकर असमंजस की स्थिति है. यही कारण है कि दहन का मुहूर्त हर कोई अलग-अलग बता रहे हैं. ऐसे में आम लोग यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर होली किस मुहूर्त में दहन करना चाहिए.
होलिका दहन 2022 शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दोपहर 1 बजकर 29 मिनट से प्रारंभ होगी, जिसका समापन 18 मार्च को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट पर होगा. भद्रा प्रारंभ 17 मार्च को दोपहर 1 बजकर 02 मिनट से और समापन 17 मार्च को देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर होगा. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च को रात 12 बजकर 57 मिनट के बाद से है.
भद्रा पूंछ और मुख दोनों ही अशुभ
कुछ लोगों का मत है कि भद्रा की पूंछ में होलिका दहन किया जा सकता है. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. भद्रा का समय अशुभ और अमंगलकारी माना गया है.