जशपुरनगर : कलेक्टर ने विकासखण्ड मनोरा के पंचायस्तरीय अधिकारियों की बैठक ली…

सरपंच-सचिवों को विकास कार्यो को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र पूर्ण करने के दिये निर्देश
समूह की महिलाओं को गौठान से जोड़कर लघु वनोपज से अनेक प्रकार की सामग्री बनाकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए कहा
तृतीय चरण के गौठानों के लिए प्रस्ताव भेजने के दिये निर्देश

कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज मनोरा विकासखण्ड के सामुदायिक सभा कक्ष में तकनीकी सहायक, सरपंचों, करारोपण अधिकारी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायकों की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर वन मण्डलाधिकारी श्रीकृष्ण जावधव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.एस.मंडावी, अनुविभागीय अधिकारी जशपुर श्री दशरथ सिंह राजपूत, सीईओ जनपद पंचायत श्री अनिल कुमार तिवारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी, गोधन न्याय योजना, सामुदायिक शौचालय, लोक सेवा गारंटी, वन अधिकार पत्र, मनरेगा कार्यो की गहन समीक्षा की और सचिवों को कार्यो को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान उन्होने सरपंचों को आवगत कराते हुए कहा कि अपने ग्राम पंचायतों में लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करें और 60 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को नजदीक के प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर टीकाकरण करने के निर्देश दिये हैं।

उन्होने कहा कि 20 प्रकार के विशेष बिमारी वाले लोग भी 45-59 तक वरिष्ठ नागरिक भी स्वास्थ्य केन्द्र जाकर टीकाकरण करा सकते हैं। उन्होनें ग्राम पंचायतों में आयुष्मान कार्ड बानाने और टीकाकरण कराने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिये हैं। उन्होनें कहा कि 2011 की गरीबी रेखा की सूची में नाम होने वाले लोग 5 लाख रूपये तक के आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं। साथ ही जिनका गरीबी रेखा वाला राशन कार्ड है उनका भी 5 लाख तक की आयुष्मान कार्ड के तहत् स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा।


उन्होनें कहा कि एपीएल कार्ड धारी भी 50 हजार रूपये की स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेने के लिए आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं। कलेक्टर ने सरपंचों को कहा कि जिन गौठानों का तृतीय चरण के लिए स्वीकृति नहीं मिल पायी हैं उनको भी तत्काल स्वीकृति के लिए भेजा जाये। ताकि समिति बनाकर शीघ्र गौठान में कार्य प्रारंभ किया जा सके। उन्होनें कहा कि गौठानों में पानी की सुविधा के लिए 15वें वित्त के राशि का उपयोग करें, और सौलर पेंनल भी लगाने के लिए कहा गया है। टांका में गोबर डाला गया है तो 45 दिन के अवधि के बाद खाद बनाने की प्राक्रिया करते जाये।


कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियोें को भी नामांकन, बटांकन, सीमांकन, जाति प्रमाण-पत्र जैसे आवेदनों को सचिवालय के माध्यम से लेने के निर्देश दिये हैं और आवेदनों का प्राथमिकता से निकराकरण करने के लिए कहा गया है। मनोरा विकास खण्ड में अब तक 326 राजस्व संबंधित आवेदन प्राप्त हुए हैं।


वन मण्डलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव ने ग्रामीणों को अवगत कराते हुए कहा कि जशुपर जिले में बड़ी संख्या में लघु वनोपज, तेन्दुपत्ता, महुआ, हर्रा-बेहरा, दवाई फूल प्लास, लाख उत्पादन साल वृक्ष होता है। समूह की महिलाओं को गौठान से जोड़कर लघु वनोपज से अनेक प्रकार की सामग्री बनाकर आत्मनिर्भर बने के लिए कहा गया है। उन्होनें कहा कि समूह की महिलाओं को सामग्री बनाने के लिए प्रशिक्षण और मार्केट की भी सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। ताकि उनको अच्छी आमदनी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जंगलों को न जलाये इससे हमे नुकसान होता है और बड़ी संख्या में लघु वनोपज जल जाते हैं जिससे ग्रामीणों को ही उसका लाभ नहीं मिल पता है।


जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी ने सरपंच, सचिवों को प्रधानमंत्री योजनांतर्गत् स्वीकृत किये गये कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। उन्होनें कहा कि ऐसे आवास जो पूर्ण हो चुके हैं उनके जीओ टेंगिंक के कार्यो पूर्ण करें और जिन ग्राम पंचायतों में पानी की समस्या आ रही है उन ग्राम पंचायतों में जल मित्र के माध्यम से समाधान कराने के लिए कहा गया है।