बालोद दिनांक -26.06.2021घटना दिनांक की रात्रि 22ः45 बजे 02 अज्ञात मोटर सायकल सवार व्यक्ति द्वारा कार के शीषे को तोडकर नोटों से भरे बैग व साथ में रखें लैपटाप, बारकोड स्कैनर, बिल व चेक लूट कर ले गये थे।
उक्त संपूर्ण लूट की वारदात को प्लान बनाकर व्यापारी पूनम कोचर के स्वयं सेल्समेन व ड्राईवर के द्वारा अपने अन्य दो मित्रों के साथ दिया गया था अंजाम।
लूट की रकम 13,20,000/- रूपये, लैपटाॅप, बारकोड स्कैनर एवं अपराध कारित करने में प्रयुक्त पल्सर मोटर सायकल, हथौडी तथा होण्डा सिटी कार 04 आरोपियों से किया गया जप्त।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि-दिनांक 22.06.2021 के रात्रि 10/45 बजे सूचना मिली कि थाना डौण्डीलोहारा क्षेत्र के ग्राम जाटादाह में पुल के पास दल्ली राजहरा-राजनांदगांव मेन रोड पर अज्ञात मोटर सायकल सवार आरोपी द्वारा कार के शीषे को तोड़कर सेल्समैन अक्षय तिवारी व सचिन महोबिया से मारपीट कर उसके बैग में रखे 13,34,000 रूपये लैपटाप, बारकोड स्कैनर एवं अन्य सामान लूट कर फरार हो गये है।
घटना की सूचना पर आरोपियों के वारदात के पश्चात भागने के संभावित समस्त रास्तों पर नाकेबंदी कर सरहदी जिलों को ततसंबंध में नाकेबंदी हेतु सूचना दी गई। प्रार्थी पूनम कोचर की रिपोर्ट पर थाना डौण्डीलोहारा में अपराध क्रमांक- 112/2021,धारा-294, 34, 394, 427, 506 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले को गम्भीरता से लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डी.आर. पोर्ते द्वारा घटना स्थल पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण कर उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को अत्यावष्यक दिशा -निर्देश दिया गया। वारदात घटित कर लूट की रकम व अन्य सामान लेकर फरार हुये आरोपियों की बरामदगी व गिरफ्तारी हेतु नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा अब्दुल अलिम खान के पर्यवेक्षण में तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद दिनेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में निरीक्षक मनीष शर्मा थाना प्रभारी डौण्डीलोहारा, निरीक्षक कुमार गौरव साहू ,निरीक्षक रोहित मालेकर ,निरीक्षक भानुप्रताप साव के साथ एक विषेष टीम तैयार किया गया। टीम के द्वारा प्रार्थी पूनम कोचर ,सेल्समैन अक्षय तिवारी व सचिन महोबिया से बारीकी से पूछताछ कर अपने मुखबीर तंत्र ,सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की सघन पता तलाश प्रांरभ की गई ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अधिकारियों तथा विशेष टीम द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर ग्राम जाटादाह से कुसुमकसा , राजहरा, डौण्डीलोहारा, देवरी इत्यादि जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। तकनीकी साक्ष्य एकत्रित्र कर प्रकरण के संबध में जानकारी प्राप्त किया गया। सेल्समैन अक्षय तिवारी से घटना के संबध में संपूर्ण जानकारी लिया गया। घटना स्थल ,सीसीटीवी फृटेज और अक्षय तिवारी एवं उसके साथी सचिन महोबिया के बयान में विरोधाभाष होने से प्रथम दृष्टया वास्तविक घटना नहीं होने के संदेह पर टीम द्वारा अक्षय तिवारी एवं उसके साथी सचिन महोबिया का पृथक-पृथक बयान दर्ज किया गया। दोनों के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि इनके द्वारा योजना बनाकर लूट जैसी फर्जी घटना बताया जा रहा है।
मामले में अक्षय तिवारी से कड़ाई से पूछताछ करने पर यह ज्ञात हुआ कि वह मोबाईल व्यवसायी पूनम कोचर के राजनांदगांव स्थित उसके मोबाईल दुकान में बतौर सेल्समेन व ड्रायवर पिछले 04-05 वर्षों से कार्य कर रहा था। इस दौरान वह राजनांदगांव से देवरी, लोहारा, राजहरा, डौण्डी, भानुप्रतापपुर, पखंाजुर के मोबाईल दुकानदारों को मोबाईल सप्लाई करना व उनसे रकम की वसूली करने का कार्य करता था।
वसूली से प्राप्त लाखों रूपये को वह हमेषा ही राजनांदगांव पहुंचाकर अपने मालिक पूनम कोचर को देता था। इस प्रकार वह अपने सेठ का विष्वास जीत लिया था। इसी का फायदा उठाते हुए लालच में आकर लगभग 03-04 महिने पहले स्वंय व अपने फुफेरा भाई ऋषभ शुक्ला के साथ नाटकीय ढ़ग से योजना बनाया। इसके लिए इन्होनें सिकोला भाठा दुर्ग के अपने 02 अन्य साथियों रनजोत सिंह उर्फ षिबू व दिलप्रीत सिंह को प्लान के बारे में विस्तार से समझाकर घटना स्थल व रूट का पूर्व से अभ्यास भी किया ।
घटना दिनांक को पूर्व प्लान के मुताबिक जब आरोपी अक्षय तिवारी अपने सहकर्मी सचिन महोबिया के साथ पंखाजूर , भानुप्रतापपुर, बांदे ,दुर्ग कोंदल , दल्लीराजहरा आादि जगहों में मोबाईल बेचकर वसूली की रकम लेकर वापस राजनांदगांव की ओर आ रहे थे। तब पूर्व सुनियोजित योजना के मुताबिक ग्राम जाटादाह के थोडा दूर पूर्व पल्सर मोटर सायकल से आयें उनके साथी रंजोत सिंह उर्फ षिबू व दिलप्रीत सिंह को अक्षय तिवारी अपनी कार होण्डा सिटी से देखकर पूर्व से बैठे हुए शिबू और दिलप्रीत को अपने गाडी का हार्न बजाकर तथा कार के लाईट को अपर डिपर कर ईशारा किया गया।
उसकी गाडी आगेे धीरे-धीरे बढते देख शिबू और दिलप्रीत अपने मोटर सायकल सेे अक्षय की कार का पीछा करते आये और ग्राम जाटादाह के पहले वालेे नाला को क्रास करते ही अक्षय तिवारी ने डामर रोड से नीचे कार को उतार कर नाली के पास लेजाकर खड़ा कर दिया। जिससे दिलप्रीत व षिबू के द्वारा बाईक वहीं खड़ी कर अपने पास रखे हथौड़े से ड्रायवर साईड वाली कांच को तोड़ दिया। चूकिं कार में उसके साथ सहकर्मी सचिन महोबिया भी था इसलिए इन दोनो के द्वारा उनसे मारपीट का नाटक कर जबरदस्ती दरवाजे को खोलकर रकम व अन्य सामान वाले बैग को लूट कर ले गये।
तब अक्षय और सचिन वहा से 01 कि.मी. आगे आकर ग्राम जाटादाह तालाब किनारे मंदिर पास कार कोे रोककर कार के पीछे चक्का का हवा खोलकर पीछेे पंचर होना जैसे दिखाये तथा सचिन ने सेठ पूनम कोचर को फोन कर घटना के बारे में बताया की हमें लूट लिया गया है। उसके बाद लूट को देखने वाले सही माने, यह सोचकर अक्षय और सचिन ने अपने-अपने बैग को जो कार के पीछे सीट में रखा था वही पर तालाब में फंेक दिये। कुछ दिन बाद इस रकम को आपस में बाटनें का प्लान बनाये थे। प्लान के मुताबिक कुल रकम में से सचिन महोबिया, दिलप्रीत सिंह तथा रंजोत सिंह उर्फ षिबू को 01-01 लाख रूपये एवं स्वयं घटना के मास्टर मांइड अक्षय तिवारी व ऋषभ शुक्ला 05-05 लाख रूपये आपस में बांटना तय किये थे।
प्रकरण के 04 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण का 01 आरोपी ऋषभ शुक्ला पिता विजय शुक्ला निवासी सिकोला दुर्ग फरार है, जिसे टीम द्वारा सरगर्मी से तलाष किया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपीगण-
- अक्षय तिवारी पिता बालमुकुद तिवारी उम्र 28 साल पता प्रेमनगर सिकोला भाठा थाना मोहनगर जिला दुर्ग (छ0ग0)
- सचिन महोबिया पिता संतोष कुमार महोबिया उम्र 27 वर्ष साकिन चैखडिया पारा वैष्णव देवी मंदिर पास राजनांदगांव वार्ड क्र 39 थाना बसंतपुर जिला राजनांदगांव (छ0ग0)
- रंजोत सिंह उर्फ शिबू बोपाराय पिता गुरमीत सिंह बोपाराय उम्र 24 वर्ष साकिन स्टेशन पारा तितुरडीह दुर्ग थाना मोहन नगर जिला दुर्ग (छ0ग0)
- दिलप्रीत सिंह भुट्टर पिता निरंजन सिंह भुट्टर उम्र 24 वर्ष साकिन वार्ड नंबर 14 प्रेमनगर सिकोला भाठा दुर्ग थाना मोहन नगर जिला दुर्ग (छ0ग0)
उक्त लूट के प्रकरण को सुलझाने व आरोपियो की गिरफ्तारी मे डीएसपी श्री दिनेश कुमार सिन्हा, नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा श्री अब्दुल अलीम खान ,निरीक्षक मनीष शर्मा थाना प्रभारी डौण्डीलोहारा, निरीक्षक कुमार गौरव साहू ,निरीक्षक श्री रोहित मालेकर , निरीक्षक श्री भानुप्रताप साव, उपनिरीक्षक हरि शंकर साहू, सउनि धरम भूआर्य , प्रधान आरक्षक भुनेष्वर मरकाम ,महिला प्र.आरक्षक सीता गोस्वामी सायबर सेल से प्र.आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, आरक्षक पूरन देवंागन, आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक राहुल मनहरे, आरक्षक संदीप यादव ,आरक्षक विवेक शाही ,आरक्षक मिथलेष यादव ,आरक्षक योगेष पटेल थाना डौण्डीलोहारा से आरक्षक यज्ञदत्त, आरक्षक केहर नेताम तथा जिला दुर्ग से थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक श्री बृजेष कुषवाहा तथा उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।