राजनांदगांव डोंगरगढ़ जिले के डोंगरगढ़ तहसील के अंतर्गत ग्राम ढारा में मिले युवक के शव पर पूरी तरह पर्दा उठ चुका है । खुद मृतक की पत्नी ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी एवं साक्ष्य छिपाने के लिए शव को नाले में फेंक कर उसे घटना का रूप दिए जाने का प्रयास किया गया , किंतु पुलिस ने अपने तहकीकात में हत्याकांड का खुलासा कर दिखाया।
डोंगरगढ़ पुलिस ने बीते दिवस ग्राम ढारा के समीप मिले अज्ञात मृतक पुरुष की पहचान कर उसकी हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार करने का सनसनीखेज खुलासा किया है । मृतक की पहचान देवकट्टा निवासी अमरलाल खेलकर 29 वर्ष के रूप में हुई थी । अखबार में छपी फोटो में मृतक के कपड़े को देखकर 11 साल की बच्ची ने मृतक की पहचान की थी । मृतक 7 जून को प्रातः 10:00 बजे अपने मित्र रमेश चतुर्वेदी के साथ गाड़ी चलाने गया था । तब से उसका मोबाइल बंद था और रमेश कोई जवाब नहीं दे रहा था।
पुलिस ने साइबर सेल टीम के माध्यम से कॉल डिटेल व टावर डंप लोकेशन में नंबरों का अध्ययन करने पर पाया कि घटना में 1 से अधिक लोग शामिल थे । पुलिस ने तत्काल जालबांधा चौकी के अंतर्गत ग्राम बफरा निवासी रमेश चतुर्वेदी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की रमेश चतुर्वेदी ने मृतक अमर लाल की पत्नी से अवैध संबंध होना स्वीकार किया तथा अपने रास्ते से हटाने के लिए मृतक की पत्नी लीजा एवं मित्र संतु बर्मन के साथ अमर लाल की हत्या करना स्वीकार किया।
तीनों ने मिलकर बनाई थी योजना
युवक की हत्या से पूर्व आरोपियों ने बकायदा योजना को अंतिम रूप दिया और शराब पिलाने के बहाने ढारा स्थित एक डंकबोरा जलाशय के समीप ले गए नाले के समीप शराब पिलाने के बाद मौका देखकर मृतक का गला घोट कर हत्या भी कर दी और सबूत को छुपाने के लिए शव को नहर नाली में डाल दिया । पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 302, 201, 120, भी व 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं तीन मोबाइल फोन को विधिवत कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया।