कलेक्टर पोट्ठ लईका पहल अभियान अंतर्गत पालक चौपाल में हुए शामिल
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– आंगनबाड़ी केन्द्र कोनारी एवं दीवानभेड़ी में पालक चौपाल कार्यक्रम का किया गया आयोजन
– कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं का किया गोदभराई, पौष्टिक आहार लेने की दी सलाह
– नन्हे बच्चों को गोद में लेकर किया दुलार
– कोनारी आंगनबाड़ी केन्द्र में पोषण वाटिका का किया अवलोकन
राजनांदगांव 02 अगस्त 2024। जिले में पोट्ठ लईका पहल अभियान नवाचार के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में शिशुवती माताओं, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को पोषण आहार के संबंध में प्रत्येक शुक्रवार को पालक चौपाल आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल आज डोंगरगांव विकासखंड के आंगनबाड़ी केन्द्र कोनारी एवं दीवानभेड़ी में आयोजित पालक चौपाल कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र दीवानभेड़ी में 3 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की।
उन्होंने गर्भवती महिलाओं से कहा कि बच्चे को ध्यान में रखते हुए उन्हें दुगुना भोजन करना है। पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है जिससे स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। महिलाओं को खून की कमी को दूर करने के लिए गुड़ चना खाने की सलाह दी। उन्होंने स्वास्थ्य जांच के संबंध में जानकारी ली और स्वास्थ्य जांच नियमित कराने की सलाह दी। कलेक्टर ने कोनारी आंगनबाड़ी केन्द्र में पोषण वाटिका का अवलोकन किया और प्रशंसा की।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने नन्हें बच्चों को गोद में लेकर दुलार किया और उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने नन्हे बच्चों को थोड़ा-थोड़ा भोजन खिलाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को खूब खेलने-कूदने देना चाहिए, जिससे बच्चों को भूख अच्छे से लगेगी।
बच्चों को पौष्टिक आहार दाल, हरी सब्जी, अंडा, दूध, चना, मूंग, दलिया, सोयाबीन खिलाना चाहिए। बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र से मिले रेडी-टू-ईट को अलग-अलग तरह से व्यंजन एवं पकवान बनाकर खिलाने कहा। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन, विटामिन, आयरन युक्त भोजन ग्रहण करने की समझाईश दी।
उन्होंने कम वजन वाले बच्चों के वजन में वृद्धि करने के लिए अच्छे खान-पान और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक आहार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिससे बच्चों का वजन बढ़ेगा। उन्होंने बच्चों को हरी सब्जी, दाल, भाजी, मौसमी फलों को अच्छी मात्रा में खिलाने कहा। सभी को साफ पानी पीने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है। गंदगी होने से छोटे बच्चे जल्दी से संक्रमित हो जाते है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
उन्होंने महिलाओं को गांव में स्वच्छता बनाए रखने कहा। घरों से निकलने वाले गीला एवं सूखा कचरे को स्वच्छता दीदियों को देने कहा। जिससे गांव के गली-मोहल्ले में गंदगी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि गंदगी से कई प्रकार की बीमारियां फैलती है, इससे बचना चाहिए। इस अवसर पर एसडीएम डोंगरगांव श्री श्रीकांत कोर्राम, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरूप्रीत कौर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थी।