राजस्व अधिकारी होते हैं जनसामान्य के ट्रस्टी – कलेक्टर
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– कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक
– आम जनता का प्रशासनिक अधिकारियों पर होना चाहिए विश्वास
– राजस्व रिकार्ड में क्षति, छेड़छाड़ एवं लापरवाही होने पर की जायेगी कार्रवाई
– राजस्व अधिकारी अच्छी कार्यशैली के साथ करें कार्य
– अभिलेख दुरूस्तीकरण का कार्य प्राथमिकता से करने के दिए निर्देश
– राजस्व शिविरों में सीमांकन, नामांकन, बटवारा, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण करने के लिए कहा
राजनांदगांव 30 जुलाई 2024। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि ई-कोर्ट अंतर्गत 6 माह एवं एक वर्ष से अधिक लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करें।
उन्होंने कहा कि अभिलेख दुरूस्तीकरण का कार्य ध्यान केन्द्रित करते हुए करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आम जनता का प्रशासनिक अधिकारियों पर विश्वास है और यह कायम रहना चाहिए। सभी राजस्व अधिकारी एवं उनके अधीनस्थ अच्छी कार्यशैली के साथ कार्य करें।
आम जनता को तकलीफ नहीं होना चाहिए। उन्होंने राजस्व प्रकरणों में त्रुटिपूर्ण आवेदन के संबंध में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने अपर कलेक्टर को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व रिकार्ड में किसी तरह की क्षति, छेड़छाड़ एवं लापरवाही नहीं होना चाहिए। राजस्व अधिकारी जनसामान्य के विश्वसनीय एवं ट्रस्टी होते हैं। ऐसी किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह एक अपराध है। उन्होंने एक अगस्त से प्रारंभ होने वाले गिरदावरी कार्य के संबंध में जानकरी ली।
कलेक्टर ने कहा कि राजस्व पखवाड़ा शिविर के बाद जिला स्तरीय शिविर एवं सभी विकासखंडों में आयोजित राजस्व शिविरों में सीमांकन, नामांकन, बटवारा, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत तरीके से कब्जा करने एवं अतिक्रमण होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि रकबा में सुधार के लिए बटांकित नंबरों का योग तथा कुल खसरा का योग करते हुए, रकबा का निरीक्षण करें, इससे विवाद की स्थिति नहीं होगी।
उन्होंने कब्जा करने वाले व्यक्तियों पर सीमांकन के आधार पर नोटिस जारी करने के लिए कहा। आर्थिक सहायता के लिए प्राप्त होने वाले आवेदन स्पष्ट अभिमत के साथ आना चाहिए और उसमें प्रमाण भी होना चाहिए। कलेक्टर ने इस दौरान सहारा इंडिया के निवेशकों को तहसीलवार भुगतान की प्रगति, कलेक्टर जनचौपाल में विभागवार ऑनलाईन लंबित आवेदन पत्र, उच्च न्यायालय के निर्देश के पालन हेतु शेष प्रकरण, ई-कोर्ट की जानकारी ली।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह, एसडीएम राजनांदगांव श्री अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ एवं संयुक्त कलेक्टर श्री खेमलाल वर्मा, एसडीएम डोंगरगांव श्री मनोज मरकाम, डिप्टी कलेक्टर सरस्वती बंजारे सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।