छुरिया-छुरिया ब्लाक मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर से सटे ग्राम रामतराई का प्राथमिक शाला में 52 विद्यार्थी दर्ज संख्या होने के बावजूद एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहा है। लेकिन प्रसाशन और जनप्रतिनिधियों को इनकी जरा भी चिंता नहीं है।साथ ही उक्त शिक्षक को प्रशासन मतदाता सूची में नाम जुड़वाने हेतु ड्यूटी लगाया हुआ है । अब आप समझ सकते हैं क्षेत्र में इस कदर बच्चों के भविष्य के साथ शासन और प्रशासन खिलवाड़ कर रहे हैं।
सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों एवं शिक्षा विभाग को नही है बच्चों की भविष्य की चिंता
प्राथमिक शाला रामतराई में एक ही शिक्षक पदस्त है इसके बावजूद वहाँ के शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाय प्रशासन उनका ड्यूटी मतदाता सूची में नाम जोड़वाने मे लगा दिया जाता है। लेकिन बच्चों की चिंता न तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों को है और न ही शिक्षा विभाग को।
जबकि यह समस्या शिक्षा विभाग को अवगत कराया गया है कि 4 अगस्त से शिक्षक लीला कंवर (प्राथमिक शाला लाममेटा) का पदस्थापना रामतराई प्राथमिक शाला में किया गया है किंतु शिक्षा विभाग के लाचारी के कारण उन्हें अभी तक रिलीफ नही किया गया है। जिससे बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
यह पहेली बार नही इसके पहले भी हमारे पंचायत ग्राम जयसिंगटोला के प्राथमिक शाला में भी 50 से भी अधिक बच्चे होने के बाद एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहा था।अभी आश्रित ग्राम रामतरई में चल रहा है बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कतई मंजूर नही तत्काल शिक्षक क़ी व्यवस्था नही होने पर पलकों ग्रामीणों के साथ मिल कर आंदोलन करूंगी