राजनांदगांव, । कमला कॉलेज मैदान में आज से तीन दिवसीय माडर्न मड़ाई का शुभारंभ महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख द्वारा किया गया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हमारे युवा अपनी संस्कृति और परंपरा का ध्यान रखकर यह आयोजन कर रहे हैं। राजनांदगांव में नए कलेवर में छत्तीसगढ़ के कल्चर को इस आयोजन के माध्यम से उकेरने का प्रयास किया गया है।
श्रीमती देशमुख ने कहा कि इन युवाओं द्वारा कलाकारों को एक मंच देने का प्रयास किया जा रहा है। इस टीम द्वारा आनंद वाटिका की डांस बिहनिया को भी परंपरा ग्रुप में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जो सराहनीय है। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारों परंपरा ग्रुप के सीईओ यश शर्मा ने बताया कि कमला कालेज मैदान में इस तीन दिवसीय आयोजन में न सिर्फ कला का प्रदर्शन होगा अपितु पूरे भारत भर से हस्तशिल्प, हैण्डलूम,
कश्मीरी साड़ी शाल सहित विभिन्न प्रकारों की दुकानों की स्टालों का लोग आनंद उठा पायेंगे। इस मड़ई में 24 शापिंग स्टाल्स व 4 बड़े स्टाल्स जिसमें फूटवियर से ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
लेकर क्राकरी, कालीन व अन्य माडर्न चीजों की बिक्री होगी है।
साथ ही छत्तीसगढ़ के गांवों में होने वाले मड़ई मेला को अब नये कलेवर में मार्डनाइज करते हुए शहरों में इसे परोसे जाने का काम अब शुरू हो चुका ह है। इवेन्टों इंटरटेनर्स के सीईओ उत्कर्ष श्रीवास्तव ने बताया कि इस मेले में प्रतिदिन एक से बढ़कर एक रंगा-रंग आयोजन होंगे। मड़ाई शुरू होने की अवधि रोजाना प्रातः 11 बजे से है, वहीं रंगारंगा कार्यक्रम अपराह्न 3 बजे से प्रारंभ होगा जो रात्रि 11 बजे तक चलेगा। इस भव्य एवं मनोरंजक आयोजन में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति का भी दिग्दर्शन होगा।
वहीं यहां के लोक कलाकारों सहित खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के शास्त्रीय नृत्य गीत-संगीत का भी कार्यक्रम देखने को मिलेगा। मड़ई के आर्गनाइजर उत्कर्ष श्रीवास्तव ने बताया कि इस आयोजन में पहली बार श्री काल भैरव नृत्य का कार्यक्रम देखने मिलेगा। छत्तीसगढ़ का धरती पर काल भैरव व काल नृत्य की प्रस्तुति देने नेपाल के कलाकार यहां आ रहे हैं।