राजनांदगांव : कम रकबा में धान बेचकर कर्ज ना चुका पाने के कारण मानसिक रूप से परेशान किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या…

राजनांदगांव डोंगरगांव क्षेत्र के ग्राम केरेगांव में बीते बुधवार को गांव के किसान सुरेश नेताम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली परिजनों व ग्रामीणों का कहना है कि मृतक सुरेश नेताम अपने धान बेचने के लिए पंजीयन में रकबा कम होने से लेकर काफी परेशान था जिसकी वजह से उसने आत्महत्या की होगी ऐसी आशंका जताई जा रही है।

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मृतक की पत्नी गैंदकुंवर ने बताया कि सुरेश नेताम ने कर्ज ले रखा था और चुकाने के लिए धान बेचने का इंतजार कर रहा था पर खेत का रकबा जो कि 3 एकड़ 80 डिसमिल है पर धान बेचने के लिए केवल डेढ़ एकड़ का ही पंजीयन हुआ और इसके अनुसार कम धान बेचने और कर्ज को लेकर काफी परेशान थे और इसी बीच आत्महत्या की घटना घटी इससे साफ जाहिर हो रहा है कि धान को बेचने के बाद भी कर्ज ना उतरने को लेकर परेशानी के कारण आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाना पड़ा।


तीन छोटी बच्चियों का भार अब पत्नी पर
मृतक की पत्नी गेंद कुमार नेताम ने यह भी कहा कि इस संदर्भ में उनके पति कई बार पटवारी से स्वयं जाकर मिल चुके थे फिर भी इसका कोई अभी तक समाधान नहीं निकला जिसके कारण उसका पति आए दिन मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहा था सुरेश नेताम के आत्महत्या करने के बाद उसके पीछे उसकी पत्नी एवं तीन पुत्री जो कि अभी एक 13 साल एक 11 एवं एक 3 साल की है इस संदर्भ में गेंद कुवंर नेताम से मिलने डोंगरगांव तहसीलदार एवं पटवारी आए और जांच के बाद की बात कहीं पर अभी मुआवजे के विषय में कुछ भी नहीं कहा । भाजपा किसान नेता हीरेंद्र साहू ने मृतक के घर पहुंचकर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान का सही रकबा दर्ज ना होने के कारण व कम रकबा दर्ज होने से किसान सुरेश नेताम अपने कर्ज को लेकर काफी परेशान था जिसके कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया उन्होंने सरकार से मांग की है कि किसान के परिवार को मुआवजा देकर किसानों का सम्मान रखें और परिवार को सहायता प्रदान करें।