- शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में भर्ती सभी बच्चे स्वस्थ
- गुपचुप एवं भेल वाले दो व्यक्तियों का थाने में लिया गया बयान
- गांवों में ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामवासियों का किया जा रहा उपचार
राजनांदगांव – कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने खैरागढ़ विकासखंड के ग्राम गातापारकला में फूड पॉइजनिंग से बीमार हुए बच्चों एवं मरीजों के घटना की जांच के लिए एसडीएम को निर्देशित किया है। एसडीएम खैरागढ़ श्री लवकेश धु्रव ने इस घटना की जांच के लिए तहसीलदार को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। इस संबंध में गुपचुप एवं भेल वाले दो व्यक्तियों का थाने में बयान लिया गया है एवं उनसे पूछताछ की गई है। गांव के पानी के जांच की रिपोर्ट आ गई है, जो साफ एवं पीने योग्य है।
गौरतलब है कि ग्राम गातापारकला में फूड पॉइजनिंग से बीमार हुए बच्चों एवं मरीजों को शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में भर्ती किया गया है और उनके स्वास्थ्य की लगातार मानिटरिंग की जा रही है। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने देर रात शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री पहुंचकर बीमार हुए बच्चों एवं मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
गांवों में ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामवासियों का उपचार किया जा रहा है। ग्राम गातापारकला के 71 लोगों का फूड पॉइजनिंग से स्वास्थ्य खराब हुआ, जिनमें से 47 बच्चे हैं। जिन्हें शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में भर्ती कर तत्काल उपचार आरंभ किया गया है और राहत पहुंचाई गई। बीएमओ ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी को स्कूल के आस-पास ठेले, खोमचे लगने पर रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है। पत्र में स्कूली बच्चों को अस्वास्थ्य खाद्य सामग्री से दूर रखने तथा बच्चों को स्वच्छता का पालन करने के लिए भी कहा गया है।