राजनांदगांव 14 जून 2021- वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भवानी बहादुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई जनहित के मुद्दों को उठाया और केंद्र सरकार सहित पूर्व की रमन सरकार को घेरा।
पूर्व सांसद स्व.शिवेंद्र बहादुर सिंह और पूर्व महिला बाल विकास मंत्री स्व. गीता देवी सिंह के पुत्र वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भवानी बहादुर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जनहित के मुद्दों को उठाया। अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पूर्व की रमन सरकार और वर्तमान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरा।
उन्होंने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनंदगांव जिले में उद्योग की पहचान रही बीएनसी मिल का जीर्णोद्धार नही कर मिल की आरक्षित भूमि को कौड़ियों के दाम बेच दिया गया, उन्होंने कहा कि अगर सांसद चाहे तो उचित पहल कर रिक्त भूमि का किसी न किसी रूप में जीर्णोद्धार करा सकते हैं , वहीं किसानों के मुद्दे को लेकर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सोयाबीन के प्रमाणित बीज की सप्लाई बंद होने से किसान दोगुनी दर पर बीज खरीदने मजबूर है ।
लगभग 5000 प्रति क्विंटल की दर पर मिलने वाला प्रमाणित बीज के स्थान पर किसानों को बाजार से 10,000/- प्रति क्विंटल की दर पर बीज खरीदना पड़ रहा है। वहीं उन्होंने राजनांदगांव जिले के छुईखदान क्षेत्र के दनिया मार्ग को लेकर कहा कि भू-अर्जन प्रक्रिया के पूर्व छुईखदान दनिया मार्ग का निर्माण प्रारंभ होना अपने आप में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए किसानों के साथ अन्याय किया गया। उन्होंने कहा कि एडीबी प्रोजेक्ट के तहत जिले में चल रहे निर्माण कार्य के भौतिक सत्यापन हेतु जिला प्रशासन की ओर से समिति का गठन कर निर्माण कार्य की समीक्षा होनी चाहिए।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भवानी बहादुर ने नक्सल प्रभावित वनांचल आदिवासी क्षेत्र के जर्जर सड़कों को लेकर भी सवाल उठाएं, उन्होंने कहा कि डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्राम खरखाटोला तक 7 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण अतिरिक्त राशि की स्वीकृति के इंतजार में ठेकेदार द्वारा नहीं कराया जा रहा है, वही डोंगरगढ़ क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट्स के मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि एडवेंचर स्पोर्ट्स के नाम पर एक करोड़ की राशि का बंदरबांट भाजपा शासन में हुआ है और उच्च अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
उन्होंने क्षेत्र में महिला समूह के साथ धोखाधड़ी के मामले को लेकर कहा कि अनेक योजनाओं के माध्यम से रोजगार के लिए 0% ब्याज दर पर लाखों रुपए महिला समूह को उपलब्ध कराया जा रहा है, किंतु इनमें से अधिकांश महिला समूह के साथ विभाग प्रभारियों द्वारा राशि के लेनदेन के समय भारी पैमाने में लूट खरसोट की जाती है।