
समाज के जागरूक होने पर नारकोटिक्स एवं ड्रग्स को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी – कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे
- कृषि मंत्री श्री चौबे ने हरी झंडी दिखाकर ‘निजातÓ जागरूकता रथ को किया रवाना
राजनांदगांव – छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय कार्य, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछलीपालन, जल संसाधन एवं आयाकट विभाग मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज यातायात पुलिस कार्यालय में ‘निजातÓ नारकोटिक्स एवं ड्रग्स के खिलाफ अभियान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नशे के संबंध में कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर एवं एसपी को सख्त निर्देश दिए गए हैं। आज राजनांदगांव में नशे के खिलाफ आयोजित निजात अभियान एक अच्छी पहल है जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, न्यायिक प्रशासन एवं नागरिक एक साथ जुड़ रहे हैं। समाज के जागरूक होने पर नशे को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी।
युवाओं में भी ड्रग्स का प्रचलन बढ़ा है। सभी के एक साथ आने पर इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को इस पहल को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कृषि मंत्री श्री चौबे हरी झंडी दिखाकर निजात जागरूकता रथ को रवाना किया। इस अवसर पर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम श्री धनेश पाटिला, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र मुदलियार, महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष श्री विवेक वासनिक, कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री शैलेश शर्मा एवं श्री अशोक शर्मा उपस्थित थे।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री शैलेश शर्मा ने कहा कि नशीले पदार्थों को न और जिन्दगी को हां कहें। उन्होंने बताया कि विधिक सेवा द्वारा नशे के संबंध में लगातार जागरूक किया जा रहा है और उन्हें दण्ड के प्रावधान के संबंध में जानकारी दी जा रही है। विधिक साक्षरता के अंतर्गत गांव एवं शहरों में शिविर लगाकर जागरूकता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य एवं जिला को नशा मुक्त करने के लिए सभी संकल्प लें।

पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह ने कहा कि निजात अभियान नारकोटिक्स एवं ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता एवं कार्रवाई का अभियान है। मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में प्रदेश में गांजा की एक पत्ती भी प्रवेश न करने पाए इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। बहुत सी जगह कोरेक्स सिरिंज, गांजा जैसे नशीले पदार्थ पर रोक लगाने की आवश्यकता है। देश की बड़ी आबादी लगभग 3 करोड़ लोग ड्रग्स के गिरफ्त में है। गांजा, भांग, एलडीएक्स, सिगरेट जैसे नशीले पदार्थ समाज को अंदर से खोखला कर देते हैं। नशा नाश की जड़ है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी सूची के अनुसार नशे की गिरफ्त में वाले प्रदेशों में छत्तीसगढ़ भी शामिल है। यह वक्त है कि हम नशे की खिलाफ युद्ध शुरू करें। इसके लिए 3 तरह से कार्य किया जाएगा।
ड्रग्स की तस्करी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी, जनजागरूकता अभियान के माध्यम से जनसामान्य को एक्साइज एक्ट एवं कोटपा एक्ट के संबंध में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि तमाम कानून के बावजूद नशे पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं इसके लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत है। युवाओं को नशे के दलदल से बाहर निकालने के लिए उनके मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने एवं नशा मुक्ति केन्द्र खोलने की जरूरत है। निराशा एवं अवसाद की स्थिति में गरीब, अमीर हर तरह के लोग नशे के गिरफ्त में है। समय रहते इस पर रोक लगाने की आवश्यकता है। आने वाले समय में जिले में बड़ी संख्या में पुलिस द्वारा बड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम के अंत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुरेशा चौबे ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।