राजनांदगांव जिले के खैरागढ विधान सभा उपचुनाव के लिए नामांकन वापसी के बाद राजनैतिक दलो की सरगर्मिया तेज हो गई है ।मुख्य राजनैतिक दल काग्रेस और भाजपा ने चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है ।काग्रेस ने जहां कार्यकर्ता सम्मेलन लेकर माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है वही भाजपा के आला नेता मंडल और बूथ स्तर पर बैठक आयोजित कर कार्यकर्ताओ को पूरी तरह चार्ज कर रहे हैं।खैरागढ विधान सभा उपचुनाव के लिए भाजपा काग्रेस के स्टार प्रचारको का जमावाडा होना शुरु हो गया है
और पार्टी अपने-अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूत करने के लिए चुनावी मंत्र भी दे रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी एवं बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितीन नवीन ने बूथ मंडल और शक्ति केंद्र मे बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को मजबूत किया है। और उनका कहना है कि कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है पूरे देश मे काग्रेस मुक्त का सपना साकार हो रहा है छत्तीसगढ मे भी काग्रेस मुक्त हो इसकी शुरुआत खैरागढ से हो रहा है।
इधर काग्रेस नेता व प्रदेश सरकार के कृषिमंत्री रविन्द्र चौबै और आबकारी मंत्री कवासी लकमा ने गंडई और छुईखदान मे कार्यकर्ता सम्मेल्लन लेकर कार्यकर्ताओं को जार्च किया है कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा है कि किसानो को धान का समर्थन मूल्य 2500 मिल रहा है अगले साल 300 की बढोतरी की जायेगी ।आबकारी मंत्री कवासी लकमा ने कार्यकर्ताओ को प्रदेश सरकार के जन कल्याण कारी योजनाओ को जनजन तक पहुचाने की नसीहत दी है ।
वर्ष 2018 के खैरागढ़ विधानसभा आम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों को शिकस्त मिली थी और जनता कांग्रेस के प्रत्याशी देवव्रत सिंह इस सीट पर विजयी हुए थे। लेकिन देवव्रत सिह के असमय मृत्यु होने पर रिक्त सीट के लिए भारत चुनाव आयोग व्दारा उप चुनाव समपन्न कराया जा रहा है ।