राजनांदगांव : गढ़चिरौली पुलिस और माओवादी मुठभेड में 05 कट्टर माओवादीयों कोे किया ढेर…

▪ आगामी विधानसभा आम चूनाव 2024 के पृष्ठभूमि में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की माओवादीयों की कोशिश कों गढचिरौली पुलिस ने किया विफल
▪ दो डीव्हीसीएम (Divisional Committee Member) रँक के वरीष्ठ कॅडर समेत तीन दलम सदस्यों को मार गिराने में गढचिरौली पुलिस को मिली सफलता
▪ महाराष्ट्र सरकारने घोषित किया था कुल 38 लाख रुपयों का इनाम
▪ घटनास्थल से 05 अग्निशस्त्र जप्त

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राजनांदगांव – आगामी विधानसभा आम चूनाव 2024 के पृष्ठभूमि पर जिले में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से कुछ माओवादी पिछले तीन-चार दिनों से साजिश रचने के लिए एकजुट हुए हैं और वे गढ़चिरौली, महाराष्ट्र और नारायणपुर, छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे हुए मौजा कोपर्शी, तालुका भामरागड के वन क्षेत्र में दो विभिन्न ठिकाणोंपर घात लगाकर बैठे हैं,

ऐसी गोपनिय सुत्रों से मिली विश्वसनीय सुचना के आधार पर मा. वरिष्ठ अधिकारीयों कें मार्गदर्शन में तारिख 19 अक्टुबर 2024 को अतिरीक्त पुलिस अधीक्षक (अभियान) श्री. यतिश देशमुख और अतिरीक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) श्री. एम. रमेश के नेतृत्व में गढ़चिरौली पुलिस बल की विशेष अभियान टीम की 21 इकाइयों और सीआरपीएफ क्यूएटी की 02 इकाइयों को कोपर्शी वन क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर माओवादी विरोधी अभियान चलाने के लिए तुरंत भेजा गया।


उक्त माओवादी विरोधी अभियान चलाते समय तारिख 21 अक्टुबर 2024 की सुबह 07:00 बजे के करीब इस क्षेत्र के वन में घात लगाकर बैठे माओवादीयों ने अचानक पुलिस जवानों को जान से मारने और हत्यार लुटने के ईरादों से गोलीबारी शुरु की, तब पुलिस जवानों ने माओवादीयांें से हत्यार छोडकर आत्मसमर्पण करने कें लिए आवाहन किया, परंतू माओवादीयों ने आत्मसर्पण ना करते हूए पुलिस जवानों पर जोरदार गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई में माओवादीयों को मुह तोड जवाब देते हुए पुलिस जवानों ने जोरदार गोलीबारी की। पुलिस का बढता दबाव देख माओवादी घने जंगल का लाभ उठाकर भाग गएं।

करीब आठ घंटे चली इस मुठभेड के बाद उक्त क्षेत्र में पुलिस जवानांे ने तलाशी अभियान चलाया। घटनास्थल से 02 पुरुष और 03 महिला ऐसे कुल 05 माओवादीयों के शव बरामद किया गये। मृत माओवादीयों की पहचान कि गई हैं। मृतक माओवादीयों की पहचान इस प्रकार हैं।

1) जया ऊर्फ भुरी पदा, उम्र 31 साल रा. उलीया तह. पाखांजूर जि. कांकेर (छत्तीसगढ) कंपनी क्र. 10 डिव्हीसीएम 16 लाख रु. मुठभेड – 31
आगजनी – 03
खून – 04
अन्य – 11
कुल – 49

2) सावजी ऊर्फ अंकलु दसरु तुलावी, उम्र 65 साल, रा. गुरेकसा, तह. धानोरा, जि. गडचिरोली सप्लाय टिम डिव्हीसीएम 16 लाख रु. मुठभेंड – 84
आगजनी – 38
खून – 54
अन्य – 50
कुल – 226

3) देवे ऊर्फ रिता, उम्र 25 साल, रा. बस्तर एरीया (छत्तीसगड) सप्लाय टिम दलम सदस्य 02 लाख रु. जानकारी प्रतिक्षा में

4) बसंत, रा. बस्तर एरीया (छत्तीसगड) सप्लाय टिम दलम सदस्य 02 लाख रु. मुठभेंड – 05
आगजनी – 01
अन्य – 04
कुल – 10

5) सुखमती, रा. बस्तर एरीया (छत्तीसगड) कंपनी क्र. 10, मृत डिकेएसझेडसीएम रुपेश मडावी की अंगरक्षक दलम सदस्य 02 लाख रु.
जानकारी प्रतिक्षा में

कुल इनाम    38 लाख रु.  

उपरोक्त मृतक माओवादीयों पर मुठभेड, आगजनी और हत्या आदि विभिन्न अपराध दर्ज हैं। इसीके साथ ही पुलिस बल ने उक्त घटनास्थल से 05 अग्नीशस्त्र जप्त करने में सफलता हासिल की हैं। उक्त मुठभेड में गढचिरौली पुलिस बल के एक पुलिस जवान पोअं/400 कुमोद प्रभाकर आत्राम घायल हो गए हैं। अभियान के दौरान उन्हे हेलीकॉप्टर की मदद से तुरंत इलाज के लिए नागपूर भेजा गया और अभी वे खतरे से बाहर हैं और उनपर आगे का इलाज शुरु है ।

गढ़चिरौली पुलिस के इस सफलतापूर्ण अभियान को अतिरीक्त पुलीस महासंचालक (विशेष कृती) श्री. सुनिल रामानंद, विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) नागपुर श्री. संदीप पाटील, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढचिरौली परिक्षेत्र श्री. अंकित गोयल, पुलिस उपमहानिरीक्षक (अभियान) सिआरपीएफ श्री. अजय कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक गढचिरौली श्री. नीलोत्पल इनके मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अभियान) श्री. यतिश देशमुख, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) श्री. एम. रमेश के नेतृत्व में सी-60 एवं सिआरपीएफ क्युएटी कें जवानों ने पुरा किया।

सन 2021 से पिछले तीन सालो मे गढचिरौली पुलिस के प्रभावी कारवाई सें 85 कट्टर माओवादी मार गिराने में और 109 माओवादीयों कों गिरप्तार करणे मे सफलता हासिल हुई है एवं 37 माओवादीयों ने गढचिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। लगातार 72 घंटे तक चले इस कठिण अभियान के दौरान सी-60 एवं सिआरपीएफ क्युएटी कें जवानों द्वारा किये गए इस शौर्यतापूर्ण प्रदर्शन की पुलिस अधीक्षक, गढचिरौली श्री. नीलोत्पल ने प्रशंसा की हंै।

पुलिस अधीक्षक श्री. नीलोत्पल ने माओवाद विरोधी अभियान को तेज करने का संकेत दिया और साथ ही साथ माओवादीयों को पून:श्च एक बार आवाहन किया है कि वे माओवादीयों के हिंसक रास्ते को छोडकर स्वाभिमान के साथ जीवन व्यतीत करें।