राजनांदगांव 01 जून 2021। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार रविवार को पूर्णत: लॉकडाउन रहेगा। जिसमें हॉस्पिटल, दवा दुकान एवं अन्य अपरिहार्य सेवाओं को छोड़कर सभी कार्य बंद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर के कारण नागरिक सुरक्षित रहे हैं और इस स्थिति को आगे भी बनाएं रखना है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण पिछले माह में सभी संकट के दौर से गुजरे हैं। ऐसे में हमें विशेष सावधानी एवं सजगता रखने की जरूरत है।
उन्होंने मास्क नहीं लगाने वाले तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर चालानी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कोरोना मुक्त गांव बनाने की दिशा में कार्य करें। ऐसे ग्रामों में जहां कोरोना संक्रमण के केस नहीं है वहां सावधानी रखनी चाहिए कि वहां न आए तथा जिन ग्रामों में कोरोना के प्रकरण है, वहां कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करना सुनिश्चित करें। कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज कोरोना वाहक के रूप में कार्य कर सकता है। कोविड केयर सेंटर में मरीज देखरेख में रहेंगे।
कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों का कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर तुरंत सैम्पल लें। उन्होंने कहा कि बैंक, शराब की दुकान, पोस्ट ऑफिस एवं शादी-विवाह के आयोजनों में सैम्पल लेने का कार्य प्रमुखता से करें। उक्त बातें कलेक्टर वर्मा ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक के दौरान कही।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि वैक्सीनेशन जीवन की सुरक्षा से प्रत्यक्ष तौर पर जुड़ा हुआ है और कोरोना से बचाव के लिए यही एक तरीका है। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रामवासी जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाया है उनकी सूची पंचायतों में चस्पा करें और उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए अनुरोध करें। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन वैक्सीन नहीं लगाने वालों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करें। जिन गांवों में ग्रामवासी वैक्सीन लगाना चाहेंगे वहां मोबाईल टीम भी भेज सकते हैं।
उन्होंने सीजी टीका एप में पंजीयन बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत शासन ने कोदो, कुटकी, अरहर, मक्का, सोयाबीन, गन्ना जैसी फसलों के लिए दायरा बढ़ाया गया है तथा इस योजना के तहत आने वाले फसल के रकबा को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
किसानों द्वारा अधिकांशत: धान की फसल ली जाती है। शासन द्वारा फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए सामान्य धान के बदले सुगंधित जैविक धान तथा दलहन-तिलहन लगाने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए जिले स्तर पर कमेटी रहेगी। उन्होंने कहा कि बीज भी पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 5 जून से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत व्यापक पैमाने पर वन विभाग, कृषि विभाग एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा जून एवं जुलाई में पौधरोपण किया जाना है, इसकी पूरी तैयारी रखें। उद्यान, आश्रम, छात्रावास एवं स्कूलों में छायादार पौधे लगाएं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण विश्व में ऑक्सीजन की कमी की स्थिति भी निर्मित हुई और सभी ने पर्यावरण के महत्व को समझा है। अपने आत्मीय स्वजन की स्मृति में पौधरोपण सभी को करना चाहिए।
कलेक्टर वर्मा ने जिले में खाद एवं बीज के उठाव की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें तथा आर्गेनिक खेती करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना देश एवं दुनिया की पहली महत्वपूर्ण योजना है इसके क्रियान्वयन के लिए गंभीरता से कार्य करें।
उन्होंने वनधन केन्द्र में जनपद सीईओ से स्वसहायता समूह की महिलाओं को ट्रायफेड द्वारा दिए गए आर्डर को समय पर पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वनधन केन्द्र में सालभर कार्य निरंतर चलते रहना चाहिए और ऐसे उत्पाद भी बनाए जिनकी स्थानीय स्तर पर अच्छी मांग हो। उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति एवं महतारी दुलार योजना के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने मनरेगा के तहत 2 लाख 25 हजार 227 श्रमिकों को रोजगार मिलने पर जिला पंचायत एवं मनरेगा की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आगे भी इसी गति से कार्य करें।
जिला पंचायत सीईओ श्री अजीत वसंत ने कहा कि जिले के 300 गौठान के लिए वन विभाग द्वारा मनरेगा के तहत श्रमिकों की व्यवस्था की जानी है। ताकि लगाएं गए वृक्षों की देखरेख अच्छी तरह हो सके। इससे श्रमिको को रोजगार भी मिलेगा।
उन्होंने इसके लिए आगे की कार्रवाई करने के लिए कहा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि छुईखदान विकासखंड में सीमावर्ती क्षेत्रों में सैम्पल बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि सामाजिक गतिविधियों में भीड़ के आने पर फिर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में हमारी मेहनत पर पानी फिर सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी गांवों में सैम्पल जरूर लें। विशेष कर बैंक, शादी-विवाह, सब्जी मार्केट, मुख्य बाजार एवं शराब दुकान जैसे स्थानों में सैम्पल लेने का कार्य तेजी से करें। उन्होंने कहा कि दवा वितरण का कार्य लगातार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लक्षण वाले निगेटिव मरीजों को भी दवाई दें। गांव के कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखे ताकि संक्रमण को रोका जा सके।
टीकाकरण, गर्भवती माताओं की देखभाल एवं अन्य कार्य सुचारू रूप से चलते रहे। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेस के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ एवं बीएमओ जुड़े रहे।