स्थानीय स्तर पर महिलाओं को मिल रहा रोजगार
कलेक्टर ने समृद्धि महिला मिल उद्योग के कार्यों का लिया जायजा
कलेक्टर ने मिल उद्योग संचालित करने गौठान में उपलब्ध कराया स्वसहायता समूह शेड
राजनांदगांव 24 फरवरी 2022। स्वसहायता समूह की महिलाएं अब स्वयं आर्थिक गतिविधियों से आत्मनिर्भर हो रही है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम चैतुखपरी की समृद्धि महिला मिल उद्योग की महिलाएं हैं। जिनके द्वारा विभिन्न उत्पादों का निर्माण करने का जज्बा नजर आ रहा है। समूह की महिलाएं शासन की योजना के माध्यम से ऋण प्राप्त कर मिल उद्योग लगाकर अनेक प्रकार की गतिविधियां प्रारंभ की। जिसके माध्यम से महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। इन उत्पादों की मांग प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से भी आ रही है।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा आज ग्राम चैतुखपरी में समृद्धि महिला मिल उद्योग के कार्यों का अवलोकन किया। वे महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री देखकर प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा आत्मनिर्भर की दिशा में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। यह अन्य समूह की महिलाओं के लिए अच्छा उदाहरण है। विभिन्न समूहों की महिलाओं को इससे प्रेरित होकर कार्य करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने समूह की महिलाओं के मिल के लिए गौठान में निर्मित स्वसहायता समूह शेड कार्य संचालन के लिए देने के निर्देश दिए। साथ ही मसालों तथा अन्य उत्पादों के पैकेजिंग के लिए पैकेजिंग यूनिट लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां उत्पादित मसाले मिर्च, हल्दी, धनिया, दाल, तेल तथा अन्य सामग्री का उपयोग सभी आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल, आश्रम एवं छात्रावासों में विक्रय करें। इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिवासी विकास विभाग को समन्वय कर क्रय के लिए निर्देश दिए।
समृद्धि महिला मिल की सदस्य श्रीमती सुनीता वर्मा ने बताया कि गांव की महिलाएं एकत्रित होकर मिल को प्रारंभ किया। शासन की मदद से ऋण लेकर और स्वयं से निवेश कर मशीने खरीद कर कार्य प्रारंभ किया। दाल मशीन, मसाला यूनिट, आटा चक्की, धान कुटने का मशीन, तेल मशीन स्थापित किया गया है। जिसके माध्यम से दाल बनाने, गेहूं पिसने, हल्दी, मिर्ची, धनिया, तेल निकालने का कार्य करते हंै। मिल उद्योग में 20 महिलाएं कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बनाई गई सामग्री उच्च गुणवत्तापूर्ण तैयार किया जा रहा है। जिसकी मांग बढ़ी है। अब तक उन्होंने डोंगरगढ़, रायपुर साईंस कालेज मैदान, राजिम मेला में अपना स्टॉल लगाया है। जिसके माध्यम से बड़ी मात्रा में सामग्री का विक्रय किया है।
साईंस कालेज मैदान में तीन दिनों में 36 हजार रूपए की सामग्री विक्रय की है। इसी प्रकार राजिम मेला में तीन दिनों में 8 हजार रूपए और डोंगरगढ़ स्टॉल में 8 हजार रूपए की सामग्री का विक्रय कर चुके है। इसके अलावा गांव में भी लोगों द्वारा सामग्री क्रय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्पाद की मांग को देखते हुए कांकेर जिला के स्वसहायता समूह की महिलाएं संपर्क की है और यहां के मिल उद्योग को देखने की इच्छा जाहीर की। उन्होंने कहा कि मिल उद्योग को बढ़ाने के लिए शासन से सहायता प्राप्त हुआ है। इसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, एसडीएम डोंगरगढ़ श्री गिरीश रामटेके, जनपद सीईओ श्री लक्ष्मण कचलाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।