राजनांदगांव। नगर पालिक निगम द्वारा मोहारा स्थित 10, 17 एवं 27 एम.एल.डी. परिशोधन संयंत्रों के माध्यम से शहर में नियमित जल प्रदाय किया जा रहा है। विगम कई दिनों से शहर के कुछ क्षेत्रों में नलो से गंदे पानी आने के साथ साथ पानी का रंग साफ नहीं होने की शिकायत प्राप्त हो रही हैै।
गंदे पानी की शिकायत पर महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख एवं निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने मोहारा एनीकट एवं मोहारा परिशोधन संयंत्र का निरीक्षण किया और पेयजल के संबंध में जानकारी ली। संयंत्र गृह मे पाया गया कि नगर निगम द्वारा स्वयं के लैब से नियमित जल का परीक्षण किया जा रहा है एवं परीक्षण रिपोर्ट में समस्त मानक पर सही होने तथा जल पीने योग्य पाया गया।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नलो से गंदे पानी आने की शिकायता प्राप्त हुई, शिकायत को ध्यान मेे ंरखते हुये महापौर महोदया के साथ मोहारा फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण उपरांत पानी के सेम्पल की जॉच की गयी। जिसमें पानी समस्त मानक में सही एवं पीने योग्य पाया गया। परंतु पानी का रंग हरा होने की भी शिकायत आई हैै, जिस हेतु मोहारा एनीकट का निरीक्षण भी किया गया तो यह पाया गया कि जून माह में मानसूनी वर्षा होने के कारण मोहारा एनीकट में नाला, खेतों इत्यादि स्थलों से पानी बहकर आया है तथा विगत् 10 दिनों से वर्षा नहीं होने के कारण एनीकट का जल स्थिर होने से मोटा एवं गाढ़ा हो गया है, जिसके कारण पानी का रंग साफ नही है।
उन्होंने जल प्रदाय से संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एलम एवं ब्लीचिंग पाउडर की मात्रा बढ़ाने हेतु निर्देशित किया एवं स्वयं अपने सामने मात्रा बढ़ाने के पश्चात् प्राप्त शुद्ध जल का अवलोकन किया, जिसमें यह पाया गया कि पानी का रंग पहले के तुलना में साफ हुआ है।
महापौर श्रीमती देशमुख ने समस्त पानी टंकियों की पुनः एक बार सफाई करने हेतु जल विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किये। जल प्रभारी अधिकारी द्वारा टांकाघर 40 लाख लीटर, शंकरपुर एवं इंदिरा नगर टंकी का सफाई कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी गयी। साथ ही कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन टंकी भरने से पूर्व स्कावर किया जावे। उन्होंने बताया कि निगम क्षेत्रांतर्गत विभिन्न वार्डाे में प्रतिदिन आर्थाेटॉल्यूडिन केमिकल के द्वारा जल का परीक्षण किया जा रहा है। जिसमें समस्त स्थानों पर जल में क्लोरिन की निर्धारित मात्रा पाई जा रही है।
महापौर एवं आयुक्त द्वारा जल प्रभारी को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन मोहारा प्लांट एवं शहर के विभिन्न स्थानों के जल सेम्पल को परीक्षण हेतु लो.स्वा.यां. विभाग के लैब में भेजा जावे। निर्देश के अनुक्रम में जल सेम्पल लो.स्वा.यां. विभाग में भेजा गया एवं प्राप्त रिपोर्ट में यह पाया गया कि निगम क्षेत्र में प्रदाय किया जा रहा जल समस्त मानकों में खरा है एवं नगर निगम द्वारा शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान जल विभाग के प्रभारी सदस्य सतीश मसीह एवं जल विभाग का अमला उपस्थित था।