जिला सत्र न्यायाधीश विनय कुमार कश्यप कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ किया।
31जुलाई 2021 राजनांदगांव – लैंगिक अपराधों से प्रभावित बच्चे अपने साथ न्याय के लिए गवाही देने कोर्ट में पहुंचते हैं, इस दौरान उनके मन से भय और दबाव को दूर करने के उद्देश्य से उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर राजनांदगांव जिला न्यायालय में चाइल्ड फ्रेंडली रूम का निर्माण किया गया है। यहां बच्चों के लिए खेल-खिलौने और कॉमिक्स रखे गए हैं, वहीं दीवारों पर कार्टूनों का आकर्षक चित्रण भी किया गया है।

इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम को किलकारी कक्ष का नाम भी दिया गया है। फास्टट्रैक विशेष न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शैलेश शर्मा ने कहा कि पाक्सो एक्ट से संबंधित मामलों का निराकरण के लिए न्यायालय पहुंचे बच्चों को उनको पारिवारिक अनुकूल माहौल देने और तनाव को कम करने, उनके मन से डर की भावना को दूर करने के उद्देश्य से चाइल्ड फ्रेंडली रूम का शुभारंभ किया गया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवाशीष ठाकुर ने कहा कि चाइल्ड फ्रेंडली रूम में बच्चों के लिए खेल खिलौने रखे गए हैं, जिससे यहां गवाही के लिए आने वाले बच्चों के मन से भय दूर होगा और उन्हें अच्छा माहौल मिलेगा।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में बच्चे किसी के विरुद्ध गवाही देने पहुंचते हैं तो उनके मन में एक भय और झिझक देखी जाती है, लेकिन न्यायालय परिसर में ही अगर उन्हें खेल- खिलौने मिलेंगे तो निश्चित ही उनके मन से भय काफी हद तक कम हो जाएगा और बच्चे बिना किसी डर के आपबीती बता पाएंगे, जिससे दोषियों को उनके किए की सजा देने में आसानी होगी और अपराधों में भी कमी आएगी।
फास्ट ट्रैक कोर्ट के समीप बने इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम का नजारा किसी प्ले स्कूल की तरह ही दिखाई दे रहा है, जो बच्चों और उनके अभिभावकों के मन में न्यायालय के प्रति आस्था को और मजबूत करेगा। जिला न्यायालय परिसर में बने इस चाइल्ड फ्रेंडली रूम के उद्घाटन अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित सभी न्यायाधीश उपस्थित रहे।