राजनांदगांव : पालक चौपाल सुपोषण जागरूकता की दिशा में हो रहा कारगर साबित…

जिला पंचायत सीईओ ने जिले में संचालित पोट्ठ लईका पहल अभियान की समीक्षा क

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-बच्चों के पोषण स्तर में सुधार पर सभी मैदानी अमले को दी बधाई

– पालक चौपाल में हाथ धोने के तरीके पर विशेष परामर्श देने कहा

राजनांदगांव 14 अगस्त 2024। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए पोट्ठ लईका पहल अभियान संचालित है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने जिला पंचायत सभाकक्ष में जिले में संचालित पोट्ठ लईका पहल अभियान के तहत अब तक किए गये कार्य की समीक्षा की।


जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को चयनित आंगनबाड़ी केन्द्रों में पालक चौपाल सुपोषण जागरूकता की दिशा में कारगर साबित हो रहा है। कुपोषित बच्चों की माता, उनके पालकों और गर्भवती तथा शिशुवती माताओं को बुलाकर उन्हें पोषण संबंधी परामर्श देने से उनमें सुपोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

सीईओ सुश्री सिंह ने सभी मैदानी अमले को पालक चौपाल में नव-विवाहिताओं को अनिवार्य रूप से शामिल करने के निर्देश दिए। साथ ही वर्तमान में मौसमी बीमारियों एवं डायरिया की संभावना को देखते हुए पालक चौपाल में हाथ धोने के तरीके पर विशेष परामर्श देने, बच्चों की स्वच्छता तथा गांव में आस-पास की स्वच्छता पर ध्यान देने के लिए सलाह देने कहा।

उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज दिव्यांग बच्चों एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों, गंभीर बीमारी से पीडि़त बच्चों की भी पृथक से सूची तैयार करने के लिए कहा और उन बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रवार पोट्ठ लईका पहल अभियान अंतर्गत चयनित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार पर सभी मैदानी अमले को बधाई दी और निरंतर कार्ययोजना बनाकर लक्षित सभी बच्चों को कुपोषण से बाहर लाकर सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए कहा। बैठक में मैदानी अमले से आंगनबाड़ी केंद्रवार कुपोषित बच्चों की स्थिति में हुए सुधार पर चर्चा की गई।

साथ ही योजना के संचालन में आ रही समस्याओं, सुझावों एवं आगामी रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरूप्रीत कौर, महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी तथा पर्यवेक्षक एवं स्वास्थ्य विभाग से विकासखंड चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।