राजनांदगांव – ग्रीष्म ऋतु की दस्तक के साथ ही तापमान में अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है मार्च माह के आखिरी दिनों में प्रचंड गर्मी से हालत लगातार बिगड़ रहे हैं और लोग स्कार्फ और टोपी व चश्मा का सहारा ले रहे हैं दिन में आसमान से सूरज जहां आग के गोले बरसा रहा है वही रात को भी लोगों को गर्मी और उमस से हलकान होना पड़ रहा है। वर्तमान माह में पारा करीब 40 डिग्री सेल्सियस होने से दोपहर में सड़कें जहां सुनी नजर आ रही है
वहीं दोपहर के समय आवागमन वाले बिन बारिश के छाता का उपयोग करने लगे हैं इसके अलावा फुटपाथ पर दुकान संचालित करने वाले भी दोपहर को दुकानें बंद कर शाम को संचालित करने लगे हैं। इधर सुबह सूर्य निकलने के बाद लगभग 10:00 से 11:00 बजे सूरज की तपिश से जहां लोगों को परेशान होना पड़ रहा है वहीं सड़कों में सन्नाटा पसरने से दुकानदार भी घरों की ओर रुख कर शाम को दुकान खोलने लगे हैं।
बढ़ते तापमान से शरीर की आंतरिक शक्ति भी जवाब देने लगी है यही कारण है कि लोग घर से निकलने के लिए सोचने पर विवश हो रहे हैं आराम तलब नौकरी पेशा वालों को इससे सबसे ज्यादा दिक्कतें आ रही है।
ठंडे पेय पदार्थों की दुकानें सजी
ग्रीष्म ऋतु के प्रारंभ होते ही शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठंडे पेय पदार्थों की दुकानें शुरू हो गई है। शहर के नंदई चौक, पुराना व नया बस स्टैंड समेत अंदरूनी और बाहरी क्षेत्रों में गन्ना रस की दुकानों के अलावा जूस और लस्सी की दुकानें सज गई है।
इन दुकानों में राहगीर व अन्य लोग पहुंचने लगे हैं।
प्याऊ घर गायब
गर्मी का सीजन शुरू होते ही शहर के अलग-अलग इलाकों में राहगीरों और लोगों की प्यास बुझाने प्याऊ घरों का संचालन होता रहा है इस वर्ष शहर के अलावा पहाड़ी क्षेत्रों से प्याऊ घर गायब हो गए हैं ऐसे में लोगों को अपनी प्यास बुझाने जेबे ढीली करनी पड़ रही है।