राजनांदगांव: प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी…

राजनांदगांव: शहर के मठपारा के समीप प्रेमनगर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में शौचालय निर्माण नहीं किया गया है। जिसके चलते लोगों को खुले में शौच करना पड़ रहा है।

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स्वच्छ भारत की अलख जगाने वाले प्रधानमंत्री ने खुले में शौच से मुक्त कराने की दिशा में लोगों को जागरूक किया,जिसका परिणाम रहा कि घर- घर में शौचालय का निर्माण हुआ। वहीं दूसरी ओर राजनांदगांव शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में ही शौचालय नहीं बनाया गया।

इस मामले की शिकायत राजनांदगांव शहर के प्रेम नगर के लोगों ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा से की , जिसके बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने आयुक्त को प्रधानमंत्री आवास योजना से निर्मित मकान में शौचालय नहीं बनाने के मामले में संबंधित इंजीनियर व ठेकेदार से जवाब तलब कर मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है ।

राजनांदगांव शहर के मठपारा के समीप स्थित प्रेम नगर में कुछ परिवारों को सड़क चौड़ीकरण के तहत हटाया गया और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना से आवास की स्वीकृति दी गई, जिसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यहां के निवासियों का मकान तैयार किया गया, लेकिन संबंधित ठेकेदार ने इन मकानों में शौचालय का निर्माण नहीं किया, जिसकी वजह से लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के दौर में भी खुले में शौच जाना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही शोभाराम साहू का कहना है कि ठेकेदार ने 65 हजार रूपये में मकान बनाकर देने की बात कही थी, लेकिन 40 हजार रूपये अलग से ले लिया और शौचालय भी नहीं बनाया। वहीं सुमित्रा यादव ने कहा कि शौचालय बनाने के लिए ठेकेदार द्वारा 30 हजार रूपये अलग से मांगा गया पैसे नहीं देने पर शौचालय नहीं बनाया गया है, जिसकी वजह से खुले में शौच जाना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रेम नगर में बने सभी हितग्राहियों के मकान में शौचालय का निर्माण नहीं किया गया। बिना शौचालय निर्माण की योजना से राशि भी पास हो गई। इस आवास निर्माण में शहर कांग्रेस अध्यक्ष के द्वारा अनियमितता की शिकायत के बाद नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना से निर्मित मकानों में जो कमियां हैं उसे दूर करने संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है।

खुले में शौच से मुक्त करने घर घर में शौचालय बनाने लोगों को प्रेरित किया गया और शतप्रतिशत घरों में शौचालय का निर्माण भी हुआ। इसके बावजूद शासन की योजना से ही निर्मित मकान में शौचालय का ना बनाया जाना पूरे मामले में गड़बड़ी की आशंका को उजागर करता है। वहीं घरों में शौचालय न बनाए जाने से स्वच्छ भारत मिशन के प्रति नगर निगम कितना गंभीर है यह भी समझा जा सकता है।

सहयोगी पत्रकार- हफीज खान, राजनांदगांव।