राजनांदगांव : प्रधानमंत्री को घेरने की घटना से कांग्रेस का खूनी पंजा बेनकाब हुआ- आलोक श्रोती…


राजनंदगांव, 12 जनवरी भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आलोक श्रोति ने कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मुद्दे पर कुछ कहने से पहले कांग्रेसी अपनी अम्मा सोनिया की स्क्रिप्ट पढ़ ले, फिर कुछ कहें।

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श्री श्रोति ने कहा कि देश का बुद्धिजीवी वर्ग सोशल मीडिया पर कांग्रेस के झूठे आरोपों और प्रिंट मीडिया में आ रही सच्चाई को लगातार पड़ रहा है और समझ भी रहा है परंतु कुछ कांग्रेसी भाई पार्टी में प्रसिद्ध होने के लिए देश के प्रधानमंत्री पर अनर्गल बयान देकर पार्टी में अपनी छवि तो चमका लेते हैं परंतु सच्चाई के विपरीत बातों को कहने से जनता के हृदय से उतर जाते हैं।


श्री आलोक श्रोती ने कहा कि निखिल द्विवेदी की जितनी बातें भी कही गई वह सभी इंडिया टुडे के स्ट्रिंग ऑपरेशन के खुलासे से गलत साबित हो गई जिसमें साफ तौर पर प्रमाणिक हो गया कि और ब्रिज पर किसान नहीं बल्कि कुछ कट्टरपंथियों ने प्रधानमंत्री का रास्ता रोका था और कांग्रेस के सभी लोगों को शर्म आनी चाहिए क्योंकि उन कट्टरपंथियों को हटाने का आदेश जानबूझकर पंजाब की कांग्रेस सरकार ने नहीं दिया था ।


आलोक श्रोती ने कहा कि आज से 400 दिन पूर्व फेसबुक पर एक कार्टून वीडियो अपलोड किया गया था, जिसके चित्रण में हु ब हू प्रधानमंत्री के काफिले के फसने का चित्रण किया गया था, श्री श्रोती ने सवाल उठाया कि 1 वर्ष पूर्व किए गए चित्रण की पुनरावृति के पीछे सोनिया और राहुल गांधी का गेम प्लान पंजाबियों को बदनाम करने का हो सकता है, जिसे हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाँप लिया और यू टर्न लेकर खून खराबे से बचते हुए कई माताओं की कोख सूनी होने से बचा लिया।

आलोक श्रोति ने कहा कि अब मामले की जांच स्वतंत्र रूप से सुप्रीम कोर्ट कर रहा है, जिसमें दूध का दूध और पानी का पानी होने की संभावना है ।
श्री आलोक श्रोति ने कहा कि प्रधानमंत्री को घेरने की इस घटना का पूरे देशवासियों ने गलत बताया और कई वरिष्ठ स्वतंत्र राजनीतक विशेषज्ञों ने भी इसकी निंदा की है ।
आलोक ने जोर देकर कहा कि इस घटना से कांग्रेस का पर्दे के पीछे का खेल और खूनी पंजा बेनकाब हो गया है।