राजनांदगांव अंधे कत्ल की गुत्थी 17 दिन बाद पुलिस द्वारा सुलझा ली गई है । अपनी प्रेमिका को मारने के बाद उसके प्रेमी ने भी घर पर 3 जून को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी । घुमका थाना क्षेत्र में 2 जून को एक नाले के समीप युवती का शव पेड़ों की पत्तियों में ढाका पाया गया था । हत्या के आरोपी तक पहुंचने पुलिस को बारीकी से विवेचना करनी पड़ी ।
परिस्थिति जन्य साक्ष्य के आधार पर ही पूरे मामले का खुलासा सामने आया है ।घूमका थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 जून को फोन पर यह सूचना मिली थी। कि डोमहाटोला नाले में किसी अज्ञात युवती का शव पड़ा हुआ है । पुलिस मौके पर पहुंची तो यह पाया गया कि पेड़ के नीचे नाले में युवती का शव है जो पेड़ की सूखे पत्तों से ढका हुआ है। शव का पंचनामा तैयार कर पहचान कराई गई तो मृतिका को कुसुम रात्रे 17 वर्ष के रूप में पहचाना गया। यह भी बात पता चला है कि वह 2 से 3 दिन घर से लापता थी ।
मृतिका ग्राम ठेलकाडिह निवासी होने से परिजनों को बुलाया गया। मृतिका को मां सुमित्रा भाई ने चप्पल एवं हाथ के गोदना के आधार पर पहचान करती उसे अपनी बेटी होना बताया। मृतिका के गले पेट बाय कलाई में धारदार हथियार से गंभीर चोट के निशान पाए गए थे । अज्ञात आरोपी के खिलाफ भांदवि की धारा 302, 201 दर्ज कर विवेचना शुरू की गई थी ।
ग्रामीण , ठेकेदारों मजदूरों से पूछताछ में मृतिका कुसुम रात्रे और मृतक राम सिन्हा दोनों बिजली ऑफिस ठेलकाडिह में काम करते थे । मोबाइल पर दोनों की बातचीत की पुष्टि भी मजदूरों द्वारा की गई । यह भी पता चला कि दोनों आपस में प्यार करते थे। 30 मई को मृतिका अपने घर से काम पर जा रही हूं करके निकली उसका प्रेमी राम सिन्हा भी उसी दिन अपने घर से निकला वह ठेलकाडिह आया था । दोनों ने मोबाइल में बात भी की थी।
परिस्थिति जन्य साक्ष्य के आधार पर आरोपी एवं मृतिका के प्रेमी ने कुसुम रात्रे को अपने टीवीएस लूना में बैठाकर घटनास्थल की ओर ले गया। उक्त पुष्टि पदुमतरा के सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है । फुटेज को पहचान उपसरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा की गई । लूना चालक के रूप में राम सिन्हा को भी पहचान की गई । आरोपी राम द्वारा कुसुम रात्रे की धारदार हथियार से हत्या कर उसे सूखे पत्तों में दबा दिया था । उसी रात आरोपी ने भी अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।