राजनांदगांव : मक्का मदीना से हाजियों की हुई वतन वापसी, मुंबई से रेलवे स्टेशन पहुंचे हाजियों का शहरवासियों ने किया जोदार स्वागत…


राजनांदगांव। अमन और ख़ुशहाली की दुआ लिए 40 दिनों की मुकद्दस पाक सफर के बाद जायरीन (हाजियों) की हुई वतन वापसी हाजियों से मिलने और मुबारकबाद देने शहरवासियों मुस्लिम समाज और परिवार के लोग ख़ुशी की भीगी आंख लेकर बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन पर फूल मालाओं के साथ आये। हाजियों ने आस्ताना ए रसूल अल्लाह पर दी हाजरी, गुम्बद ए खजरा का दीदार कर मांगी गई खास देश के लिए अमन की दुआएं।

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हज करने वालो में हाजी सलीम रजा तहसीनी, हाजी अनीश भाई, हाजी हनीफ बीबा, हाजी इसहाक अहमद, हाजी ईमरान खान, हाजी हनीफ मोहहमद, हाजी इकरामुद्दीन निर्वाण, हाजी आजम शेख एवं छह मस्तूराते (महिलायें) की वापसी हुई। हाजियों ने मदीने की गलियों का दीदार कर सरकारे-दो-आलम के रोजा ए मुबारक पर हाजरी दी, और नम आंखों से खुशी का इजहार किया, मस्जिद ए नबवी में इबादत के साथ साथ मदीने शरीफ की मस्जिद इबादतगाहो में नमाजे अदा की।

सैय्यद अफजल अली ने कहा हाजी वतन वापसी की इबादत के बाद कुछ समय में मदीने की मार्किट में जाते हैं और अपने अजीजदारों के लिये खरीदारी करते हैं जिसमें खजूर, जा नमाज टोपी, तस्बीह टॉफी आदि चीजों की खरीदारी करते हैं, ताकि जमजम के साथ-साथ अपने अजीजदारों को तोहफे दे में सकें।

हाजियों की इस्तकबाल में मुख्य रूप से हाजी तनवीर अहमद, हाजी अब्दुल रज्जाक बड़गुजर, हाजी मंसूर अंसारी, रसीद भाई बैरिंग, जलालुद्दीन निर्वाण, सैय्यद अफजल अली, राजा खान, नईम भाई, अब्दुल कादिर भाई शोहेल रजवी, आसिम अहमद, रेहान कुरैशी आदि ने फूलों के हार पहनाकर गले मिलकर स्वागत किया। उक्त जानकारी मुस्लिम समाज के सैय्यद अफजल अली ने दी।