राजनांदगांव : महापौर ने की जल विभाग की समीक्षा ग्रीष्म ऋतु में सुचारू रूप से पेयजल उपलब्ध कराने एवं वाटर एटीएम चालू करने के दिये निर्देश…

राजनांदगांव 4 मार्च। महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने आज अपने कक्ष में निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी की उपस्थिति में अधिकारियों की बैठक लेकर जल विभाग की समीक्षा कर ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संबंधी व्यवस्था दुरूस्त करने एवं वाटर एटीएम मशीन चालू करने के निर्देश दिये।

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महापौर श्रीमती देशमुख ने बैठक में कहा कि ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ हो चुकी है। अगामी माह में गर्मी बढ़ने के पूर्व पेयजल संबंधी व्यवस्था दुरूस्त कर लिया जाये। हैण्ड पंपों का मरम्मत कर पाईप लाईन मरम्मत संबंधी समाग्री, एलम ब्लीचिंग आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किया जावे। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुरूप टैंकर मुक्त शहर की परिकल्पना को सकार करने का प्रयास किया जा रहा है,

इसी कडी मेे श्रमिक बाहुल्य वार्डो नवागांव, मोतीपुर, लखोली, कंचनबाग क्षेत्र अब पूर्ण रूप से टैंकर मुक्त हो गया है और वहा पाईप लाईन के माध्यम से नगर निगम द्वारा हर घर पेयजल उपलब्बध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेष वार्ड जहॉ टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जाती है वहा भी टैंकर मुक्त करना है, इसके लिये अमृत मिशन के शेष कार्योे में तेजी लाना है। टंकी निर्माण, पाईप लाईन विस्तार एवं इंटर कनेक्शन के कार्य में तेजी लाकर कार्य पूर्ण करना है, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या न हो।


महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अमृृत मिशन के तहत बिछे पाईप लाईन से पेयजल आपूर्ति की जा रही है वहा पूर्व के पाईप लाईन को बंद किया जाये। वार्डो में पाईप लाईन लिकेज एवं अनावश्यक पानी बहने की शिकायत का त्वरित निराकरण किया जाये। शहर के प्रमुख स्थानों नगर निगम, जिला कार्यालय, नया बस स्टैण्ड, चौपाटी के पास, बसंतपुर जिला चिकित्सालय, हाट बाजार में लगे वाटर एटीएम बंद हो चुके है,

जिन्हें अतिशीघ्र प्रारंभ कराया जाये, ताकि उक्त क्षेत्र के लोगों को गर्मी में शीतल पानी मिल सके। आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि इस संबंध में संबंधित ऐजेन्सी को सुधार करने नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने तकनीकि अधिकारियों से कहा कि संबंधित से ऐजेन्सी से वाटर एटीएम तत्काल ठीक करावे। इसके अलावा संबंधित उप अभियंता पेयजल संबंधित कार्यो की सतत मानिटरिंग करे और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल निराकरण करे तथा पेयजल संबंधित शिकायतों का भी निराकरण करे। ताकि ग्रीष्म ऋतु मंे पेयजल व्यवस्था बाधित न हो।