राजनांदगांव : महाविद्यालयीन परीक्षाओं पर भी कोरोना इफेक्ट…

राजनांदगांव – जिले सहित पूरे राज्य में कोरोना का प्रकोप जारी है। बढ़ते मामलों को देखते हुए महाविद्यालयीन परीक्षाओं को लेकर भी संशय की स्थिति व्याप्त है । दिग्विजय महाविद्यालय की स्वशासी परीक्षाएं अप्रैल के मध्य से शुरू होने वाली थी जिसे स्थगित कर दिया गया है, जिस तरह शहर में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में आफ लाईन परीक्षाओं का आयोजन मुश्किल लग रहा है। विद्यार्थियों द्वारा गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी ऑनलाईन परीक्षाओं की मांग की जा रही है ।

गौरतलब है कि शहर सहित पूरे राज्य में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है । प्रतिदिन कोरोना मीटर नया रिकार्ड बना रहा है। जिले में रोज एक हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं तो रायपुर, दुर्ग में आंकड़े दो हजार पार कर रहे हैं। पूरे राज्य में खौफ का वातावरण बना हुआ है । राज्य के अधिकांश जिलों में लॉकडाऊन लागू किया गया है।

राजनांदगांव जिले में भी 19 अप्रैल तक संपूर्ण लॉक डाऊन घोषित किया गया है। राज्य शासन के निर्देश पर शैक्षणिक संस्थाथों को बंद कर दिया गया है। शासकीय दिग्विजय स्वशासी महाविद्यालय के स्नातकोत्तर की परीक्षाएं एक अप्रैल से शुरू होने वाली थी जिसे कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया है । जबकि स्नातक की परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे। हालांकि स्नातक स्तर परीक्षाओं के बारे में अभी निर्णय नहीं लिया गया है । वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले दिनों में ऑफ लाईन परीक्षाएं आयोजित करना मुमकिन नहीं नजर आ रहा है।

दिग्विजय महाविद्यालय के कुछ स्टाफ भी कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों सहित कॉलेज का स्टाफ आफ लाईन परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में नहीं है। स्टाफ का कहना है कि यदि ऑफ लाईन परीक्षांए ली जाती है, और कोई भी विद्यार्थी या परीक्षक संक्रमित होता है, तो अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं |विद्यार्थियों का कहना है कि इस वर्ष जो भी पढ़ाई हुई है, वह ऑन लाईन हुई है ऑफ लाईन कक्षाएं नाममात्र लग पाई हैं ।

विद्यार्थियों को ऑफलाईन तैयारी करने का अवसर ही नहीं मिला है, उनकी सिर्फ ऑनलाईन मोड में परीक्षा की तैयारी हो पाई है । इसलिए वे गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी ऑन लाईन परीक्षा की मांग कर रहे हैं। इस वर्ष तो गत वर्ष की तुलना में स्थिति और भी ज्यादा खराब है। इसलिए न तो विद्यार्थी और न ही स्टाफ ऑफ लाईन परीक्षा के पक्ष में हैं । सूत्रों के अनुसार महाविद्यालय प्रबंधन राज्य शासन के निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहा है, जिसके बाद भी आनलाईन या ऑफ लाईन परीक्षा के बारे स्थिति स्पष्ट हो पाएगी