राजनांदगांव 19 जुलाई 2021। जिले में आज उत्सव की तरह वृक्षारोपण अभियान मनाया गया और विभिन्न स्थानों में सघन पौधरोपण किया गया। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत आज 70 एकड़ भूमि पर व्यापक पैमाने पर सभी विकासखंडों में फलदार पौधे रोपित किए जा रहे हैं। आज इस योजना के तहत 2 हजार 500 पौधे लगाएं गए तथा आगे भी लगातार इस अभियान के तहत पौधरोपण जारी रहेगा। इसके साथ ही गौठानों में भी पौधरोपण किया गया। वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री की इस अनोखी योजना से न केवल ग्राम पंचायतों को फायदा मिलेगा, बल्कि किसान भी लाभान्वित होंगे। इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की विशेष सहभागिता रही।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में आज पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जिले भर में वृक्षारोपण के लिए अभियान चलाया गया। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से पौधरोपण के लिए अपील करते हुए कहा है कि शुद्ध वायु जीवन के लिए अपरिहार्य है, इसकी महत्ता को समझते हुए हम सब पौधरोपण का संकल्प लें। हरी भरी धरती से जैवविविधता कायम है, वहीं प्रकृति के संरक्षण से पर्यावरण संतुलन बना रहेगा। गांव के साथ ही शहरों में भी सघन पौधरोपण की जरूरत है। पौधरोपण के साथ ही पौधे की सुरक्षा का ध्यान रखने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत शासकीय भूमि पर ग्राम पंचायतों द्वारा काजू, आंवला, कटहल, अमरूद, जामुन, नींबू, मुनगा, आम के फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पंचायत सोनसायटोला, छुईखदान विकासखंड के ग्राम कुटेलीकला, छुरिया विकासखंड के ग्राम भर्रीटोला ब, खैरागढ़ विकासखंड के ग्राम बलदेवपुर, डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम रायतापायली, डोंगरगढ़ विकासखंड के लाल बहादुर नगर, मोहला विकासखंड के ग्राम घावड़ेटोला, मानपुर विकासखंड के ग्राम औंधी एवं राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम इंदावानी में सघन पौधरोपण का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत वृक्षारोपण करने पर प्रति एकड़ 10 हजार रूपए के मान से ग्राम पंचायतों को आदान सहायता मिलेगी एवं 3 वर्ष तक यह आदान सहायता प्राप्त होगी। जिससे ग्राम पंचायतों की आय में वृद्धि होगी। ग्राम पंचायते ही मिश्रित उद्यान का रखरखाव करेंगे। आने वाले वर्षों में ग्राम पंचायत चाहे तो भूमिहीन कृषक एवं महिला स्वसहायता समूह को कार्य के लिए दे सकते हैं। उद्यानिकी एवं वन विभाग द्वारा पौधे उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। तकनीकी मार्गदर्शन उद्यानिकी विभाग एवं इसके लिए कार्य एजेंसी ग्राम पंचायतें हैं।