राजनंदगांव शहर के बहुचर्चित भाजपा नेता एवं ठेकेदार संजीव जैन की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने ठग पति पत्नी को गिरफ्तार किया है।
राजनांदगांव शहर के हीरा मोती लाइन निवासी 56 वर्षीय भाजपा नेता संजीव जैन ने बीते 10 अगस्त को नंदई चौक स्थित अपने पुराने मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस दौरान उसने लिफाफे में बंद 5 पत्र भी छोड़े थे, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या का कारण बताया था। उक्त सुसाइड नोट में मृतक संजीव जैन ने यूनियन बैंक के निखिल जैन एवं फेडरल बैंक के आशीष और अन्य व्यक्तियों द्वारा लोन देने के नाम पर 1 करोड़ 75 लाख रुपए ठग लेने का आरोप लगाया था, साथ ही रायपुर निवासी मानसी यादव द्वारा मेरठ में पढ़ाई करने के नाम पर लाखों रुपए लेने और रुपए नहीं लौटाने का जिक्र भी अपने पत्र में किया था।
इस मामले में बसंतपुर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का नामजद प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। मृतक के बैंक खाते की जांच के दौरान यह प्रमाणित हुआ कि मृतक द्वारा सर्वाधिक राशि लगभग 1 करोड़ 70 लाख रुपए मानसी यादव के बैंक खाते में डाला गया था, इसके बाद पुलिस मानसी यादव की तलाश में जुट गई।
मानसी यादव के बैंक खाते में दिए गए पते पर पुलिस पहुंची लेकिन वर्षों से मानसी उस जगह पर नहीं रह रही थी, इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश में मेरठ, रायपुर सहित अलग-अलग जगहों पर अपनी टीम भेजी हुई थी। इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रायपुर स्थित मानसी यादव की बहन के घर मानसी सालों बाद तीज मनाने पहुंची है। सूचना पर घेराबंदी करते हुए तत्काल पुलिस टीम भेजी गई और मानसी यादव को पकड़ा गया।
पूछताछ के दौरान मानसी यादव ने पुलिस को बताया कि लगभग 8 वर्ष पूर्व एक रॉन्ग नंबर के जरिए उसकी बात संजीव जैन से हुई थी, बातचीत के दौरान मानसी को जब यह पता चला कि संजीव जैन पैसे वाला व्यक्ति है तो मानसी ने उससे दोस्ती बढ़ानी शुरू कर दी और उसे अपने प्रेम जाल में फांस लिया। इस दौरान कई बार उसने संजीव जैन को अपने ससुराल मेरठ और अपने मायके रायपुर भी बुलाया। दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध भी स्थापित हुआ। मृतक संजीव जैन को मानसी कभी पढ़ाई के नाम पर तो कभी नौकरी लगने के नाम पर व मकान खरीदने के नाम पर रकम की मांग करती रही। संजीव जैन ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो मानसी ने बैंक से लोन लेकर रकम वापस करने की बात कहकर अपने पति ललित सिंह को मोहित शर्मा और अपने देवर कौशल सिंह को निखिल जैन व आशीष बनाकर संजीव जैन से फोन पर बात कराया।
मानसी यादव के पति और देवर संजीव जैन से मोहित शर्मा और निखिल जैन बैंक अधिकारी बन कर लोन दिलाने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस देने की मांग करते हुए लाखों रुपए अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लिए। संजय जैन जब भी मानसी को रुपए देने में आनाकानी करता था तो मानसी और उसके पति ललित और देवर कौशल सिंह द्वारा संजीव जैन और मानसी के बीच बने अवैध संबंध को संजीव जैन की पत्नी व घर वालों को बता कर उसकी इज्जत बर्बाद कर देने की धमकी दी जाती थी। जिससे परेशान होकर संजीव जैन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
अब उसके आत्महत्या के बाद पुलिस ने इस मामले में मेरठ उत्तर प्रदेश के गंगानगर निवासी 40 वर्षीया मानसी यादव और 43 वर्षीय उसके पति ललित सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मानसी के देवर सहित इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सहयोगी पत्रकार- हफीज़ खान, राजनांदगांव।