राजनांदगांव 17 जून। नगर निगम द्वारा गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी शहर को हरियर राजनांदगांव बनाने निगम सीमाक्षेत्र में वृक्षारोपण महा अभियान चलाने जा रहा है। जिसका प्रारंभ विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर निगम के सामने डिवाईडर में पौध रोपण कर महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख एवं निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी सहित निगम पदाधिकारियों ने किया था।
अब शहर के विभिन्न स्थानों में स्थल उपलब्धता के आधार पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। हरियर राजनांदगांव अभियान को सफल बनाने नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियो ने स्व स्फुर्थ होकर एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया है।
निगम आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि नगर में विकास कार्य करने एवं कालोनियों का विस्तार होने के कारण पेड पौधे काटे जा रहे है,जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, आक्सीजन की कमी हो रही है और जल स्तर तेजी से घट रहा है। उक्त बातो को ध्यान में रखकर वृक्षारोपण को बढ़ावा देना नितांत आवश्यक हैै।
वृक्षारोपण के लिये नगर निगम के तकनीकि अधिकारियो द्वारा स्थल चयन किया जा रहा है, जहाँ सुरक्षित स्थान पानी की उपलब्धता, फैन्सिंग की स्थिति आदि को देखकर पौध रोपण किया जायेगा और वर्तमान में जी.रोड के डिवाईडर में, रेवाडीह बाईपास के दोनो ओर, कन्हारपुरी, केशर नगर, कंचन बाग, मुक्तागिरी कालोनी में किया गया है।
उन्होंने बताया कि हरियर राजनांदगांव अभियान को सफल बनाने नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने स्व-स्फुर्थ होकर एक दिन का वेतन देने की पहल की है और इसके लिये आयुक्त सहित उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह, कार्यपालन अभियंता यू.के.रामटेके, वृक्षारोपण प्रभारी व प्र.सहायक अभियंता संदीप तिवारी, समाज कल्याण अधिकारी भूपेन्द्र वाडेकर, प्रोग्रामर पंकज चन्द्रवंशी, लेखापाल राकेश नंदे आदि के द्वारा लिखित सहमति भी दी गयी है। अधिकारियों व कर्मचारियों का यह निर्णय स्वागत योग्य है और अत्यंत प्रशंसनीय कार्य है।
महापौर श्रीमती देशमुख ने भी हरियर राजनांदगांव की सोच को सकार करने वृक्षारोपण महा अभियान में सहयोग करने नागरिको से अपील की है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक अपने घर के आंगन, खुली जगह, घर के आस पास के रिक्त स्थान में पौधे लगाये तथा हर व्यक्ति पौधो की रक्षा करने का संकल्प लेकर अपने आस पास लगे पौधे की देख रेख करे, नियमित रूप से पानी डाले एवं उसकी सुरक्षा का उपाय करे। जिससे हमारा राजनांदगांव हरा भरा होकर हरियर राजनांदगांव की सोच को मूर्त रूप देगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना के इस दूसरी लहर में पूरे देश में सबसे बडी समस्या आक्सीजन की थी, जिसके कारण अधिकांश लोगों की जाने गयी है। पूरा देश इस सदमे से उबर नहीं पाया है। इस बात को ध्यान में रखते हुये हम सबको प्रण लेकर वृक्षारोपण अभियान में जुड़ना है, ताकि भविष्य में आक्सीजन की कमी जैसी स्थिति दुबारा निर्मित न हो। उन्होंने पुनः नागरिकों से वृक्षारोपण अभियान मे स्व-स्फुर्थ होकर जुड़ने की अपील की हैै।