रायगढ़ – जिले के ग्राम तोलमा में नाबालिग बालिका की हुई हत्या की गुत्थी सुलझी…

रायगढ़ – पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह धरमजयगढ़ व लैलूंगा के दौरे पर थे। इस दौरान थाना लैलूंगा के आकस्मिक निरीक्षण पर तोलमा में नाबालिग की हत्या मामले की जांच पड़ताल की प्रगति देखे और जांच में लगी टीम को संदेहियों से पूछताछ के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया। निर्देशों के पालन में शुक्रवार को हत्याकांड में शामिल बालिका के माता-पिता बहन को लैलूंगा पुलिस गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।

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इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक 31 मार्च को ग्राम तोलमा निवासी जगदीश टोप्पो पिता भाकूराम टोप्पो उम्र 50 वर्ष थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि 23 मार्च की शाम करीब पांच बजे इसकी छोटी लड़की आईलिन टोप्पो (15 वर्ष) से बड़ी बेटी अल्का टोप्पो (20 वर्ष) मोबाईल मांगी, आईलिन मोबाइल नहीं दी तो अल्का जाकर पिता जगदीश से शिकायत की। इसी बात से नाराज होकर आईलिन घर से कहीं चली गई है। रिपोर्टकर्ता जगदीश टोप्पो के रिपोर्ट पर थाना लैलूंगा में आईलिन टोप्पो के गुम इंसान तथा धारा 363 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।

बालिका की पतासाजी दौरान दो अप्रैल को ग्राम तोलमा के पास जसमन नाला के पास एक बालिका का शव मिला। शव के पास एक स्वेटर तथा काले रंग का लेगिज पड़ा हुआ था। शव की शिनाख्त आईलिन टोप्पो के रूप में हुई। घटना के संबंध में धारा 174 मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्रवाई में लिया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा गुम नाबालिक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए जाने पर एसडीएमओपी धरमजयगढ़ सुशील नायक, एफएसएल अधिकारी आर. के. पैंकरा, साइबर सेल स्टाफ, क्राईम सीन रिक्रिएशन स्टाफ तथा डॉग स्क्वाड को घटनास्थल जाकर लैलूंगा पुलिस के साथ अज्ञात आरोपी पतासाजी का निर्देश दिया गया। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर प्रकरण में धारा 302 भादवि जोड़ी जाकर विवेचना टीम अज्ञात आरोपी की पतासाजी में लग गई ।

इसी दरम्यान महत्वपूर्ण गवाह ने बताया कि मृतिका की बड़ी बहन अल्का से उसकी अच्छी जान पहचान है। उसे अल्का से यह बात पता चला कि आईलिन (मृतिका) का पिता जगदीश टोप्पो ही गुस्से में आकर उसे मारा तो उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस टीम जगदीश टोप्पो को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ किया गया, तब आरोपी जगदीश टोप्पो अपनी बेटी की हत्या करना कबूल किया तथा हत्या को छिपाने में उसकी पत्नी व बेटी द्वारा सहयोग करना बताया है तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विवेचना में पाया गया कि 23 मार्च को आईलिन शादी घर से नाच के आई और बोरिंग में नहाकर लगभग शाम 5 बजे घर में अपने पलंग में किताब रखकर मोबाईल से किसी लड़के से बात की, तब बड़ी लड़की अल्का अपने पिता जगदीश को बताई कि आईलिन पढ़ाई नहीं करती है और किसी ना किसी से मोबाईल पर बातें करते रहती है। तब गुस्से में आकर

जगदीश टोप्पो डंडा पकड़कर आईलिन को दौड़ाया तो आईलिन मार के डर से घर से भाग गई । कुछ देर बाद आईलिन की मां अनिता टोप्पो (40 वर्ष) और अल्का आईलिन को खोजने गए देर रात जगदीश टोप्पो आंगन में घूम रहा था। उसी समय आईलिन वापस आई तो जगदीश गुस्से में आकर आईलिन का बाल पकड़कर दरवाजे में ठोंकर मारा जिससे उसके मुंह के दांत टूट गए उसके बाद निर्दयी पिता उसकी गला दबाकर हत्या कर दिया। लाश को करीबन 24 घंटे तक घर में रखा, दूसरे दिन नत्थे के खेत स्थित बेशरम झाड़ियों के बीच झुरमुट में छुपा कर रख दिया वहीं पर मृतिका के कपड़े फेंका, स्वेटर एवं समीज जो शव के पास प? थे जिसमें गोबर मिट्टी एवं खून के दाग थे। जगदीश टोप्पो, उसकी पत्नी अनीता टोप्पो एवं अल्का द्वारा साक्ष्य छुपाने की नियत से घटना दिनांक के 7 दिन बाद रिपोर्ट दर्ज कराएं। विवेचना दरम्यान दरवाजे में खून के धब्बे मिले हैं। तीनों आरोपियों को धारा 363. 302, 201, 34 में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।