बीजापुर: मुख्यमंत्री मजरा -टोला विद्युतीकरण योजनान्तर्गत जिले के 62 गांवों के 140 बसाहट हुए रौशन…

पड़ोसी राज्य तेलंगाना के सहयोग से दूरस्थ पामेड़ ईलाके में पहुंची बिजली

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अंदरूनी ईलाके के 140 मजरा – टोला के रहवासी 2903 निर्धन परिवारों को मिला निःशुल्क घरेलू बिजली कनेक्शन

बीजापुर- 01 अक्टूबर 2020/ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में विद्युत सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत सकारात्मक पहल किया जा रहा है। इस दिशा में जिला कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के परियोजना संभाग द्वारा मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत 166 गांवों को चिन्हीत कर इन  गांवों के बसाहटों का विद्युतीकरण किया जा रहा है।

इस हेतु राज्य शासन की स्वीकृति के उपरांत बीते एक साल में अंदरूनी ईलाके के 62 गांवों के 140 मजरा-टोला का विद्युतीकरण किया गया है,वहीं इन बसाहटों के रहवासी 2 हजार 903 निर्धन परिवारों को निःशुल्क घरेलू बिजली कनेक्शन प्रदान किया गया है। जिससे इन बसाहटों के ग्रामीणों को घरेलू कार्य करने सहित स्कूली बच्चों को पढ़ाई करने में सहूलियत हो रही है। मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का जिले में कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सम्भालने वाले कार्यपालन अभियंता छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी परियोजना संभाग श्री पीके जायसवाल ने बताया कि जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद चयनित गांवों के बसाहटों को विद्युतीकरण कर इन बसाहटों में विद्युत सुविधा उपलब्ध कराये जाने सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पहल किया जा रहा है। इस हेतु पंहुच वाले गांवों के साथ ही अंदरूनी गांवों को प्राथमिकता दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि अंदरूनी ईलाके के गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए नदी-नाले को पार कर विद्युतीकरण किया जा रहा है।  इस ओर सबसे बड़ी उपलब्धि पड़ोसी राज्य तेलंगाना की सीमा पर स्थित पामेड़ क्षेत्र में बिजली पहुंचाना है, इस दूरस्थ ईलाके के बसाहटों में तेलंगाना राज्य के सहयोग से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जिससे इस सुदूर ईलाके में कई सालों बाद उजियारा हुआ है और लोगों के जीवन में खुशहाली आयी है। ईई सीएसपीडीसीएल प्रोजेक्ट श्री पीके जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत जिले में बीते एक वर्ष के दौरान बेलचर, पेकरम, हितुलवाड़ा, कोमपाली, बेदरे, मुचलेर, गुदमा, पेदापाल, केतुलनार, दुसावाड़, कोटोली, तड़केल, मंडीमरका, इदासगोंडी, फरसेगढ़, मंडेम, पुन्नडवाया, कुपरेल, गुमनेर,  छोटे अलवाड़, टेन्दूर, गदामल्ली, ओडसनपल्ली, अड़ावली, मिन्नूर, मिनकापल्ली, बेंगपल्ली, रेडीपल्ली, तारलागुड़ा, गंगरम, रायगुड़ा, मेटलाचेरु, वाडला, दम्मूर, कोंडामोसम, इंचोंडा,  कोम्मटपल्ली, चिल्लामरका, मुटापुर, एपला, रामपेटा, पेटाबोगडा, सोमनपल्ली, रामपुरम, रेगुड़ा, केसाईगुड़ा, तिमेड़, भटपल्ली, रेड्डी, चिलनार, धारावरम, एंगपल्ली, चेरकडोडी, पुसगुड़ी, सँडरेल, तर्रेम, पामेड़, तोंगगुड़ा, चिंतनपाल, मोदकपाल, पंगमपाल और लिंगागिरी गांवों के 140 मजरे-टोले का विद्युतीकरण किया गया है। इन मजरे-टोले का विद्युतीकरण करने सहित ग्रामीणों को घरेलू बिजली कनेक्शन मुहैया कराया गया है। अब इन बसाहटों में उजियारा होने के फलस्वरूप वाशिंदों को घरेलू कार्य तथा स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए सहूलियत हो रही है। उन्होंने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत चयनित अन्य गांवों का विद्युतीकरण हेतु लगातार कार्य जारी है और अब बारिश के बाद इस कार्य को द्रुत गति से किया जायेगा।