दन्तेवाड़ा : 116 ग्राम पंचायतें शत-प्रतिशत टीकाकरण कर मिसाल कायम की…



पहुंच विहिन एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र की हैं ये पंचायतें

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दंतेवाड़ा, 28 अप्रैल 2021। कोरोना संक्रमण के इस दौर में जहां अनेक लोग भ्रांतियों और अफवाहों की वजह से टीकाकरण से बच रहे हैं। वहीं दंतेवाड़ा जिले के 116 ग्राम पंचायतें मिसाल कायम कर गई हैं। यह ऐसी 116 ग्राम पंचायतें हैं, जहां 45 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों ने पहला टीका लगवा लिया है। इन पंचायतों में जिले के पहुंच विहीन एवं नक्सल प्रभावित ग्राम पंचायते भी हैं।

जिसमें हितामेंटा 250, हिड़पाल 220, भाटपाल 304, कोरलापाल 278, पाहुरनार 287, चेरपाल 210, उपेट 224, मुस्तलनार 213, बोदली 273, चिकपाल 141, एड़पाल 171, बेंगलूर 143, मारजूम 156, गाटम 158, परचेली 356, जंगमपाल 184, गढ़मिरी 549, रेवाली 200, बुरगुम 236, अरबे 100, रेंगानार 96, पोटाली 347, अरनपुर 240, फुलपाड़ 391, नहाड़ी 329, खुटेपाल 100, जबेली 217, तनेली 116, पकनाचुआ 153 और श्यामगिरी 174 शामिल हैं।

ये ऐसे क्षेत्र है जहां पर टीकाकरण टीम ने जाने के लिए कई मुश्किलों का सामना किया पहाड़ो और नदी को पार कर मोबाईल टीम के सहारे वहां टीकाकरण किया गया। ग्राम पंचायतो के लोगों ने खुद आगे आकर टीकाकरण कराया, जो 45 साल से अधिक उम्र के हैं वे ना केवल टीका लगवा लिए हैं, बल्कि दूसरे डोज के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।


इन पंचायतों में जहां प्रशासनिक पहल और जनप्रतिनिधियों की समझाइश असर कर गई और अब ये शत-प्रतिशत टीकाकृत हो चुके हैं। कलेक्टर दीपक सोनी ने हल्बी एवं गोंडी साथ ही हिन्दी में सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना टीकाकरण का संदेश भी दिया। जिससे लोंगो में अब इतनी जागरूकता आ गई है कि दूसरे डोज की बारी आने पर टीका लगाने पूरे उत्साह से इंतजार कर रहे। जिला प्रशासन ने पात्र नागरिकों को टीकाकरण केन्द्र तक ले जाने के लिए जहां वाहन की व्यवस्था की, साथ ही भोजन की व्यवस्था, पेयजल छाया की व्यवस्था तथा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करायी गई। वहीं दीवार लेखन, हल्बी एवं गोंडी में गीत एवं वीडियों के जरिए भी लोगों को जागरूक किया गया।

इसके सार्थक परिणाम आए। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दन्तेवाड़ा अबिनाश मिश्रा एवं बडे़ बचेली प्रकाश भारद्वाज बताते हैं कि कलेक्टर दीपक सोनी के सतत मार्गदर्शन से निचले स्तर तक के प्रशासनिक अमले में जोश भर गया है और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, क्षेत्र के चिकित्सक, पटवारी, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, शिक्षक भिड़कर लोगों को टीकाकरण के लिए घर-घर पहुंच कर समझा रहे हैं।

दिन-रात और धूप-गर्मी सभी की चिंता छोड़ प्रशासनिक अमला बस इस जुनून के साथ काम कर रहा है, कि लोगों को टीका लगाने प्रोत्साहित किया जाए और टीकाकरण से जुड़ी अगर किसी तरह की भ्रांति फैली हुई है, तो उसे दूर की जाए। इसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सरपंच-पंच भी आगे बढ़ कर अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। उम्मीद है कि अगर सब इसी मद्दा के साथ टीकाकरण में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे, तो जल्द ही पूरे जिले में टीकाकरण हो जायेगा और कोरोना महामारी के प्रकोप से बचना संभव हो पाएगा।