राजनांदगांव : दलहन तिलहन फसल की ओर बढ़ रहे हैं किसान….

  • पारागांवखुर्द में रिज एण्ड फेरो विधि से बोआई करने की दी गई जानकारी

राजनांदगांव – जिले में मानसून के आगमन के साथ ही लगातार हो रही वर्षा के साथ जिले में खरीफ फसलों की बोआई जोरों पर है। कृषि विभाग के विभिन्न योजनांतर्गत फसल प्रदर्शन के माध्यम से भी किसानों को दलहन-तिलहन फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु कृषकों को मैदानी स्तर पर विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। इसी क्रम में उप संचालक कृषि श्री जीएस धुर्वे द्वारा ग्राम पारागांवखुर्द में किसानों को एक्सटेंशन रिफार्म ‘आत्माÓ योजनांतर्गत फसल प्रदर्शन हेतु कृषि आदान सामग्री अरहर बीज, राजोबियम कल्चर, नीम ऑयल एवं वर्मी खाद चयनित कृषकों को वितरण किया गया।

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अरहर फसल प्रदर्शन का आयोजन रिज एण्ड फेरो विधि से करने की तकनीकी जानकारी एवं इस विधि के लाभ को विस्तार से बताया। रिज एण्ड फेरो विधि को ऊंची क्यारी मांदा विधि भी कहते है। इस विधि में मांदा क्यारी बनाकर बीज की बोआई की जाती है, जिससे जल भराव की स्थिति में होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है और उत्पादन भी अच्छी होती है

किसानों को बीजों को उपचार कर उचित दूरी में भी लगाने का भी निर्देश दिया और अन्य कृषकोंं को इस विधि का उपयोग एवं दलहन-तिलहन फसल खरीफ में लेने के लिए प्रचार-प्रसार की अपील की गई। कृषकों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की विस्तृत जानकारी दी गई और कृषकों से अपील किया गया कि धान के स्थान पर दलहन-तिलहन का रकबा बढ़ाते हुये राजीव गांधी न्याय योजना के पोर्टल में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से खरीफ में बोये गये फसल एवं रकबा का सत्यापन कराकर पंजीयन कराने का निर्देश भी दिया।

इस योजना के तहत कृषकों को धान के स्थान पर अन्य फसल लेने वाले कृषकों को प्रति एकड़ 10 हजार राशि रूपए लाभ के बारे में कृषकों को बताया गया। बीज एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद वितरण कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी डोंगरगढ़ बीआर बघेल, आत्मा योजना के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजू कुमार साहू, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी घनश्याम सोनी, ब्लॉक तकनीकी सहायक हरीश देवहरि एवं डॉ. खूबचंद बघेल उत्कृष्ट कृषक से सम्मानित एनेश्वर वर्मा एवं ग्राम के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित हुये। कार्यक्रम में 20 कृषकों को प्रदर्शन आदान सामग्री का वितरण किया गया।