दुर्ग। भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय ‘निर्माण के दौरान पर्यावरणीय मुद्दे’ था। इस राष्ट्रीय वेबिनार को डाॅ. जयंत दामोदर सुपे, एसोसिएट प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, रूंगटा काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी, भिलाई ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। उन्होंने ठोस अपशिष्ट पदार्थ, सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम आदि जैसे पर्यावरण पर निर्माण के प्रभाव को समझाया।
साथ ही उन्होंने बताया कि इसके प्रभाव को कैसे कम किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से 3 आर रणनीति, टिकाऊ विकास की अवधारणा और स्थिरता को मापने के बारे में समझाया। इस आकर्षक माहौल को न केवल सीखने के अनुभव को बढ़ाया बल्कि निर्माण के दौरान पर्यावरणीय मुद्दों पर सार्थक चर्चा किया गया।
आरंभ में विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. आलोक भट्ट ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष श्रीमती इंदिरा एस. जैन ने मुख्य अतिथि का संक्षिप्त परिचय दिया।
कार्यक्रम का संचालन भोजराम साहू तथा कृतिका ठाकुर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने किया। धन्यवाद ज्ञापन फैकल्टी आॅफ साइंस की अधिष्ठाता डाॅ. समन सिद्धिकी ने किया। इस अवसर पर सिविल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर संजीव गुप्ता, अशोक सिंह, सूरज यादव, तन्मय देशमुख सहित विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, शोधार्थी, प्रतिभागी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।