राजनांदगांव 26 सितम्बर 2024। सीआरसी राजनांदगांव में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आस्था मूक बधिर संस्था के बच्चों व शिक्षकों एवं सीआरसी राजनांदगांव में अध्ययनरत डीएड (विशेष शिक्षा),
आईडी प्रथम व द्वितीय वर्ष, सांकेतिक भाषा में दो वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम डीआईएसएलआई के विद्यार्थियों तथा कौशल विकास के दिव्यांगजनों द्वारा रैली निकाली गई और सिल्वर स्क्रीन थियेटर में श्रीकांत मूवी दिखाई गई। सीआरसी निदेशक श्रीमती स्मिता महोबिया ने बताया कि सांकेतिक भाषा एक ऐसी भाषा है, जो अर्थ सूचित करने के लिए श्रवणीय ध्वनि पैटर्न में संप्रेषित करने के बजाय, दृश्य रूप में सांकेतिक पैटर्न संचारित करती है।
जिसमें वक्ता के विचारों को धाराप्रवाह रूप से व्यक्त करने के लिए हाथ के आकार विन्यास और संचालन, बांहों या शरीर तथा चेहरे के हाव-भावों का एक साथ उपयोग किया जाता है। कार्यक्रम असिस्टेंट प्रोफेसर नैदानिक मानोविज्ञान डॉ. प्रशांत मेश्राम, पुर्नवास अधिकारी मेघा दुबे , विशेष शिक्षिका निधि राजन और फरीदा बेगम की देखरेख मे कार्यक्रम संपन्न हुआ।