राजनांदगांव 11 जून 2021- छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही पहली बार राजनांदगांव जिले की धर्मनगरी डोंगरगढ़ में स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर की पहाडिय़ों से बादलों का अद्भूत नजारा दिखाई दिया है जिससे ऐसा लग रहा था कि मंदिर बादलों में समा गया हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अलौलिक दृश्य को ट्यूट कर कहा कि ये बादल डोगरगढ की 1400 फीट ऊपर पहाडियो मे स्थित मां बम्लेश्वरी देवी का आशीष पाने पहुंचे है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने प्रसाद योजना के तहत धर्म नगरी डोंगरगढ़ का पर्यटन स्थल के रूप में चयन किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इसके लिए 9.52 एकड़ भूमि पर्यटन मंडल को दिया गया है। जिसके अंतर्गत विभिन्न निर्माण कार्य किए किए जा रहे है। इस योजना के तहत लगभग 41 करोड़ रूपए की लागत से मोटेल ओपन, ओपन एयर थियेटर, सोलर पॉवर सिस्टम, लैंड स्कैपिंग, मेडिटेशन सेन्टर आदि का निर्माण किया जाएगा। मां बम्लेश्वरी परिसर में लगभग 7.50 करोड़ रूपए की लागत से रेलिंग, शेडिंग, बॉयोटायलेट जैसे सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी और सीढिय़ों की मरम्मत कराई जाएगी। इसी तरह प्रज्ञागिरी क्षेत्र में लगभग 3 करोड़ रूपए की लागत से मेडिटेशन सेंटर, बॉयोटायलेट, लाईब्रेरी, कैंटीन, सीढिय़ों का मरम्मत कार्य एवं स्तूप निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण हो जाने से डोगरगढ मे पर्यटको को विश्व स्तर की सुविधा मिलेगी ।